लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती अदालतों के भंवर में फंसती जा रही है. अब इस भर्ती प्रक्रिया में कथित धांधली को लेकर सीबीआई जांच की याचिका पर सुनवाई होनी है. यह सुनवाई गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में होनी है. सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने परीक्षा को निरस्त कर सीबीआई से जांच कराने की याचिका दी थी.


आपको बता दें कि 6 जनवरी 2019 को हुई परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद इस मामले में कई मुकदमे दर्ज हुये थे. इसके अलावा लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक एक दर्जन लोग गिरफ्तार किये गये थे. यही नहीं, उत्तर प्रदेश की विशेष जांच दल (एसटीएफ) ने लखनऊ के नेशनल कॉलेज के प्रिंसिपल समेत कई लोगों को पेपर लीक कराने में गिरफ्तार किया था. पेपर लीक की शिकायत भी की गई थी बावजूद इसके परीक्षा निरस्त नहीं हुई थी.


नूतन ठाकुर द्वारा दायर याचिका में ये भी कहा गया कि है कि सरकार का दबाव है इसलिये इस पूरी परीक्षा प्रक्रिया की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गयी है. वहीं, 24 जुलाई को कोर्ट में हुई सुनवाई में सरकार की तरफ से पक्ष नहीं रखा गया था.


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