आगरा, एबीपी गंगा। अंबेडकर विवि के आवासीय संस्थान के पीजी कोर्स के लिए स्नातक द्वितीय वर्ष की मार्क्सशीट से प्रवेश फॉर्म भरे जा सकते हैं। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 मई कर दी गई है। प्रवेश फॉर्म भरने के बाद सात जून तक हार्ड कॉपी विवि में भेजनी होगी।
विवि के आवासीय संस्थान केएमआइ, इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, सेठ पदम चंद जैन, इंस्टीट्यूट ऑफ होम साइंस, ललित कला संस्थान, इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक साइंस, दाऊदयाल वॉकेशनल संस्थान सहित अन्य संस्थान के स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। परास्नातक पाठ्यक्रम के लिए ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भरने के लिए स्नातक की अंतिम वर्ष की मार्क्सशीट का ब्योरा दर्ज करना होता है, मगर विवि के तमाम छात्रों का परीक्षाफल घोषित नहीं हुआ है। प्रोफेसर संजीव कुमार ने बताया कि जिन छात्रों का अंतिम वर्ष का परीक्षाफल घोषित नहीं हुआ है, वे स्नातक द्वितीय वर्ष की मार्क्सशीट का ब्योरा दर्ज कर सकते हैं। इसके आधार पर उनकी परीक्षा कराई जाएगी। प्रवेश फॉर्म की अंतिम तिथि 31 मई कर दी गई है।
बीएससी कृषि और एलएलबी में प्रवेश के लिए 11 जून को परीक्षा
विवि के स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। नोडल अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि जिन पाठ्यक्रमों में दो गुना से ज्यादा आवेदन आएंगे, उनकी प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। बीएससी कृषि और बीए एलएलबी की प्रवेश परीक्षा 11 जून को होगी। अन्य पाठ्यक्रमों की परीक्षा 14 और 15 जून को आयोजित की जाएगी।
अंबेडकर विश्वविद्यालय की डिग्री को लेकर परेशान छात्रों के लिए अच्छी खबर है। आवेदन करने वाले छात्रों के घर एक महीने में डिग्री पहुंच जाएगी। इसके लिए विवि प्रशासन ने अतिरिक्त टीमें लगाई हैं।
विवि में डिग्री के हजारों आवेदन लंबित हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी छात्रों की डिग्री जारी नहीं हुई है। ऐसे में छात्र विवि के चक्कर लगा रहे हैं, डिग्री के तमाम आवेदन एक साल से ज्यादा पुराने हैं। पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि डिग्री के आवेदनों का निस्तारण किया जा रहा है। इसके लिए अतिरिक्त टीमें लगाई गई हैं, डिग्री तैयार होने के बाद छात्रों के घरों के पते पर भेजी जाएंगी।
वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी सही ब्योरा न भरने वालों की सूची
डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन करने पर आइडी नंबर दिया जाता है। आवेदन में मांगा गया ब्योरा सही होने पर डिग्री की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है, इसके बाद दी गई आइडी के आगे टी लिख दिया जाता है। इस आइडी से छात्र विवि की वेबसाइट से पता कर सकते हैं कि डिग्री की प्रक्रिया किस स्तर तक बढ़ी है। मगर, तमाम छात्र पूरा ब्योरा नहीं भर रहे हैं। इन छात्रों की डिग्री की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
ऐसे छात्रों की सूची विवि की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी, इसमें यह भी लिखा जाएगा कि क्या कमी है। इसे पूरा करने के बाद डिग्री तैयार करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।