गांवों और कस्बों में जाकर जताएंगे लोगों का आभार नए विधायक दीपक पटेल, बताई क्या है प्राथमिकता
बीजेपी विधायक दीपक पटेल का कहना है कि फूलपुर क्षेत्र में विकास के काफी काम हुए हैं, लेकिन यहां रोजगार के कोई बड़े अवसर नहीं है. उन्हें हर जाति और धर्म के लोगों ने वोट दिया है.
Mahakumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट के नवनिर्वाचित विधायक दीपक पटेल ने क्षेत्र की जनता का आभार जताते हुए उसकी उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरने की बात कही है. दीपक पटेल ने कहा है कि वह महाकुंभ के कामों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द और गुणवत्ता के साथ पूरा कराने का काम करेंगे. इसके अलावा फूलपुर क्षेत्र में हर साल नदियों की बाढ़ से पैदा होने वाली दिक्कतों को कुछ महीनों में दूर कराने का काम भी प्राथमिकता के आधार पर कराएंगे. उनके मुताबिक योगी राज में फूलपुर में विकास के तमाम काम हुए हैं. इन कामों को वह और रफ्तार दिलाने की कोशिश करेंगे.
दीपक पटेल का कहना है कि फूलपुर क्षेत्र में विकास के काफी काम हुए हैं, लेकिन यहां रोजगार के कोई बड़े अवसर नहीं है. उनका कहना है कि वह सरकार के सहयोग से फूलपुर क्षेत्र में कोई फैक्ट्री लगवाने या फिर लघु उद्योगों को बढ़ावा देने का काम करेंगे, ताकि यहां के लोगों को रोजगार के लिए बाहर न जाना पड़े. दीपक पटेल का कहना है कि उन्हें हर जाति और धर्म के लोगों ने वोट दिया है. ऐसे में उनके दरवाजे हमेशा सबके लिए खुले रहेंगे. वह लोगों की उम्मीद पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे.
मुख्यमंत्री और कार्यकर्ताओं को दिया जीत का श्रेय
उन्होंने अपनी जीत का श्रेय सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया है. उनका कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिस तरह समर्पण भाव से सक्रिय और एकजुट होकर काम किया है, वह बेमिसाल है. दीपक पटेल के मुताबिक चुनाव में सीएम योगी द्वारा दिया गया नारा बटोगे तो कटोगे उनके काफी काम आया है. उनका कहना है कि वह हर एक गांव और कस्बे में जाकर सीधे तौर पर फूलपुर की जनता का आभार जताएंगे और उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें जल्द से जल्द दूर कराने की कोशिश करेंगे.
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नवनिर्वाचित विधायक दीपक पटेल के मुताबिक फूलपुर की जनता विपक्ष के छलावे को अच्छी तरह से समझ चुकी है. यही वजह है कि कुछ महीनों पहले हुए लोकसभा चुनाव में तकरीबन अठारह हजार वोटों से हारने के बाद भी उन्होंने न सिर्फ इस अंतर को दूर किया, बल्कि करीब बारह हजार वोटों से जीत भी दर्ज की.