UP ByPolls 2024: संगम नगरी प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने जहां दो हफ्ते पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, वहीं नामांकन में सिर्फ चार दिन बचा होने के बावजूद बीजेपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बीजेपी के टिकट को लेकर वैसे तो तकरीबन पचास लोगों ने दावेदारी की है, लेकिन मामला अब तीन से चार नाम के बीच फंसा हुआ है. केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में भी सिर्फ चार नामों पर ही चर्चा हुई है. हालांकि माना यह जा रहा है कि पार्टी ने फूलपुर सीट से अपना उम्मीदवार तय कर लिया है और कल तक प्रत्याशी के नाम का औपचारिक तौर पर ऐलान भी कर दिया जाएगा. 


विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने फूलपुर सीट पर ओबीसी वर्ग से ही उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. क्षेत्रीय कमेटी ने प्रदेश में चार नाम भेजे थे. प्रदेश कमेटी ने इनमें से एक नाम काट दिया और केंद्रीय नेतृत्व को सिर्फ तीन नाम ही भेजें. हफ्ते भर पहले नई दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी उपचुनाव कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक में इन्हीं तीन नामों पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में एक नाम पर अंतिम निर्णय ले लिया गया है. पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक आज भी नई दिल्ली में होनी है. उम्मीद है कि आज की बैठक में औपचारिक तौर पर अंतिम फैसला हो जाएगा और कल तक यूपी की दूसरी सीटों के साथ ही फूलपुर सीट पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. 


काशी प्रांत से प्रदेश नेतृत्व को चार नाम भेजे
ABP न्यूज़ के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि काशी प्रांत से प्रदेश नेतृत्व को जो चार नाम भेजे थे, उनमें सबसे पहला नाम पूर्व विधायक दीपक पटेल का था. दूसरा नाम प्रयागराज के गंगापार की जिलाध्यक्ष कविता पटेल का था. इसके अलावा पार्टी नेता चंद्रकेश पाल और मनोज निषाद के नाम भी भेजे गए थे. प्रदेश कमेटी ने इनमें से मनोज निषाद का नाम हटा दिया था और दीपक पटेल व कविता पटेल के साथ ही चंद्रकेश पाल का नाम केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था. हफ्ते भर पहले दिल्ली में हुई बैठक में इन्हीं तीनों नाम पर विस्तार से चर्चा भी हुई थी. 


जानकारी के मुताबिक संघ की रिपोर्ट में भी पूर्व विधायक दीपक पटेल को सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया गया है. दीपक पटेल की मां केशरी देवी पटेल 2019 में फूलपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर ही सांसद चुनी गई थी. हालांकि पार्टी ने इस बार के चुनाव में पार्टी ने केशरी देवी पटेल का टिकट काट दिया था और उनकी जगह प्रवीण पटेल को उम्मीदवार बनाया था. हालांकि प्रवीण पटेल सिर्फ चार हजार वोटो से ही चुनाव जीत सके थे. वह अपनी फूलपुर विधानसभा सीट में तकरीबन अठारह हजार वोटों से पिछड़ गए थे.  


UP में सपा-कांग्रेस में फंसा पेच, इन सीटों पर अड़ी पार्टी, अजय राय के बयान से मिले ये संकेत


ऐसे में पार्टी फूलपुर सीट को लेकर कोई प्रयोग करने की स्थिति में नहीं है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के रणनीतिकारों की बैठक में दीपक पटेल के नाम को हरी झंडी दे दी गई है. अगर कोई वीटो नहीं लगा तो पूर्व विधायक दीपक पटेल का नाम लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि बीजेपी अक्सर एन वक्त पर चौकाने वाले फैसला लेती रहती हैं, ऐसे में औपचारिक ऐलान के बिना सिर्फ कयासबाजी ही की जा सकती है. वैसे पार्टी के अंदरखाने दूसरी पार्टी के एक नेता के साथ ही वोटो का ध्रुवीकरण करा सकने वाले एक चौंकाने वाले नाम पर भी मंथन होने की बात सामने आई है.