'महाराष्ट्र चुनाव के बाद नहीं बचेगी CM योगी की कुर्सी', अखिलेश यादव का दावा बढ़ाएगा BJP की टेंशन
UP Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सियासी तपिश बढ़ गई है. समाजवादी पार्टी वोटरों को साधने को साधने के लिए कोई कसन नहीं छोड़ रही है.
Phulpur Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रयागराज जिले की फूलपुर सीट पर प्रचार के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ बीजेपी की नीतियों पर जमकर निशाना साधा.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इस सरकार की नीति ऐसी है कि पढ़े लिखे नौजवानों के आंदोलन करना पड़ रहा है. प्रयागराज में यूपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षाओं में नार्मलाइजेशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को लेकर भी अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा.
'यूपी सीएम की कुर्सी नहीं बचेगी'
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा, "अधिकारी जानते हैं कि ये सरकार अब चलने वाली नहीं है, ये सरकार जाने वाली है." उन्होंने आगे कहा, "महाराष्ट्र का जो भी परिणाम आए, लेकिन उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बचने वाली है. जब से इन्हें पता है कि ये चुनाव हारने वाले तब से अधिकारी के माध्यम से भी डरा धमका रहे हैं."
छात्रों के प्रदर्शन पर क्या कहा?
अखिलेश यादव ने कहा, "प्रयागराज में बड़ी संख्या में छात्र आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन का संचालन करने वाले पढ़े लिखे नौजवान हैं." उन्होंने कहा, "ये नौजवान कल अधिकारी बनेंगे, लेकिन सरकार ने इन नौजवानों को भी आंदोलन में भी झोंक दिया है. इस आंदोलन को दबाने के लिए सरकार तमाम तरीके अपना रही है, इसके बावजूद नौजवान अपनी मांगों लेकर जमे हुए हैं और सरकार को जगाना चाहते हैं.
छात्रों के प्रदर्शन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, "मेरी इच्छा थी कि उनके बीच जाकर बैठूं, लेकिन मैं ये बात जानता हूं कि बहुत सारे लोग ये कह देते कि छात्र आंदोलन राजनीति से प्रेरित है. इसलिए मैं आंदोलन में नहीं गया." उन्होंने कहा, "मंच से मैं उनको बधाई देना चाहता हूं और मैं उनका समर्थन करता हूं कि उनकी मांग जायज है.
सपा सुप्रीमों ने कहा, "सरकार को लगा कि मैं भी छात्रों के साथ पहुंच जाऊंगा, इसकी भनक लगते ही छात्रों को हटाना शुरू कर दिया." उन्होंने आरोप लगाया कि बिना महिला पुलिस के छात्राओं को हटाया जाने लगा. इस कायराना व्यवहार के लिए मैं सरकार की निंदा करता हूं.
'सरकार के एंजेंडे में नौकरी नहीं'
अखिलेश यादव ने कहा, "जो वन नेशन वन इलेक्शन की बात करते हैं, वो उत्तर प्रदेश में एक चुनाव ठीक नहीं करा पा रहे हैं. चुनाव तो छोड़िये एक परीक्षा तक नहीं करा सकते हैं." योगी सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "इन्होंने नौजवानों को नौकरी नहीं दी."
इस मौके पर अखिलेश यादव ने पेपर लीक को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि इनके एजेंडे में नौकरी, भाईचार और सौहार्द कुछ भी नहीं है. हम लोगों ने इतनी घटनाएं देखी जहां पर इन्होंने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है. यह सरकार जानबूझकर पेपर लीक कराती है और ये इसलिए कराते हैं क्योंकि नौकरी इनके एजेंडे में नहीं है.
खाद की किल्लत पर सरकार को घेरा
जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा, "जब से सपा ने पीडीए का नारा दिया है. इन्हें डीएपी में भी पीडीए नजर आने लगा है." उन्होंने कहा कि ये लोग पीडीए के साथ तो धोखा कर ही रहे हैं, लेकिन अब किसानों को भी डीएपी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. ये लोग अभी सिर्फ बोरी चोरी करते थे पर अब तो डीएपी की पूरी की पूरी बोरी चोरी कर ले रहे हैं.
केंद्र और प्रदेश सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "ये वही लोग हैं, जो दावा करते थे किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन हालिया आंकड़ों से ये साफ है कि इतिहास की सबसे बड़ी महंगाई की दर इन्हीं की सरकार (बीजेपी) में देखने को मिल रही है. इन्होंने किसानों को बेहाल छोड़ दिया है."
'उपचुनाव जानबूझ कर टाला'
निर्वाचन आयोग के जरिये उपचुनाव की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर भी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 13 नवंबर उपचुनाव होने जा रहे थे, इस दौरान त्योहार मनाने के लिए लोग दूर-दूर से आए हुए थे. लोगों ने सोचा 13 नवंबर को वोट डाल कर जाएंगे. अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा, बीजेपी को इसकी भनक लग गई और उन्होंने उपचुनाव टाल दिया.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "इससे पहले अयोध्या का चुनाव भी टाल दिया था. वहां मुख्यमंत्री कई बार गए. इसके बाद उन्होंने इंटरनल सर्वे करवाया तो उन्हें पता चला कि वे जीत नहीं रहे तो चुनाव टाल दिया." उन्होंने कहा कि जितना चुनाव टालेंगे, उपचुनाव में उतनी ही बुरी तरह से हारेंगे.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, "लखनऊ वालों की भाषा बदली-बदली नजर आ रही है. पीडीए का फुल फॉर्म भी नहीं समझ पा रहे हैं. पीडीए में ये एच कहां से आ गया. पीडीए का फुल फॉर्म बताने वाले डीएपी का ही फुल फॉर्म बता देते." उन्होंने कहा, "पीडीए को भला बुरा कहने वाले नेगेटिव लोग हैं. जो नेगेटिव लोग होत हैं, वे जल्दी बूढ़े हो जाते हैं, दुखी रहते हैं, भूलने की भी बीमारी हो जाती है.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा सलाह दी कि वे लोग अपनी नकारात्मक सोच को बदलें. उन्होंने कहा, "अगर स्वस्थ रहना चाहते हैं तो नकारात्मक सोच से अलग हो जाएं, जो हमें और आपको माफिया कहते हैं, वे घर से निकलते वक्त शायद आईना नहीं देखते होंगे. पीडीए पॉजिटिव पॉलिटिक्स का आंदोलन है."
बुलडोजर फैसले पर सुप्रीम कोर्ट को बधाई
अखिलेश यादव ने कहा, "ये चुनाव भले ही उपचुनाव है, लेकिन ये 2027 में होने वाले चुनाव का भी संदेश देगा." उन्होंने कहा, "जिन्होंने इतने सालों में कोई काम नहीं किया, उनसे आप क्या उम्मीद कर सकते हैं." अखिलेश यादव ने कहा कि समय-समय पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से उन्हें फटकार मिली है. हम सुप्रीम कोर्ट को बुलडोजर के फैसले को लेकर बधाई देना चाहते हैं. सपा कभी बुलडोजर कार्रवाई की समर्थक नहीं रही है.
अपने संबोधन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "बुलडोजर एक्शन में जो भी दोषी लोग हैं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन अधिकारियों में अपने आप सुधार आ गया है. ये अधिकारी ऊपर से आपके खिलाफ दिखाई देंगे, लेकिन अंदर ही अंदर आपका भी साथ दे रहे हैं."
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