कानपुर (प्रभात अवस्थी). कानपुर के बिकरु कांड में यूपी पुलिस पर अबतक का सबसे जघन्य हमला किया गया. गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने इस घातक हमले को अंजाम दिया और आठ पुलिसवालों की बेरहमी से हत्या कर दी. दो और तीन जुलाई की रात कानपुर के बिकरु में जो कुछ भी हुआ वो सभी ने देखा और सुना. उस रात क्रूरता की सारी हदें पार की गई थी ये सिर्फ सुना था, लेकिन अब उस रात मुठभेड़ के बाद की दिल दहला देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं.
घटना के बाद घायल हुए पुलिसकर्मियों ने बताया था कि ग्रामीणों ने कोई मदद नहीं की. किसी ने बचाने के लिए दरवाजा तक नहीं खोला था. उनकी उस बातों की गवाही देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं कि किस तरह उस रात विकास दुबे और उसके गुर्गों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थी. किस तरह बेरहमी से 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था.
तस्वीरों में एक तस्वीर, वो भी है जिसमे तीन से चार पुलिसकर्मी के शवों को एक जगह ढेर के रूप में लगा दिया था. वहीं सीओ देवेंद्र मिश्रा की ही तस्वीर सामने आई है कि उनकी हत्या में क्रूरता की सभी हदें पार की गई थीं.
यही नहीं एक वीडियो भी आया है, जिसमे दिख रहा है कि शिवराजपुर एसओ को गोली मारी गयी है, उसके बाद उनके सहयोगी पुलिस कर्मियों ने उन्हें पास में रखी एक चारपाई पर लिटा दिया, सभी तस्वीरें हृदयविदारक हैं, हम आपको नहीं दिखा सकते.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी था बेरहमी से हत्या का जिक्र
बिकरू कांड में शहीद हुये आठ पुलिस कर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी ये बात सामने आई थी कि सभी पुलिसवालों को बेरहमी से मारा गया था. तीन जुलाई को हुये इस घातक हमले में पुलिस वालों पर गोलियों के अलावा धारदार हथियार से भी हमला किया गया. इसके अलावा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पूरे ऑपरेशन को लीड कर रहे सीओ देवेंद्र मिश्रा को काफी नजदीक से गोली मारी गई थी. उन्हें चार बुलेट लगी थीं.
विकास दुबे और उसके गुर्गों का मकसद पुलिस कर्मियों को सिर्फ मारना ही नहीं, बल्कि उनसे बदला लेना भी था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सीओ देवेंद्र मिश्रा को कई गोलियां मारी गईं, जिसमें से तीन उनके शरीर से आर-पार हो गई. एक गोली उनके सिर में, एक छाती में और 2 पेट में लगी थी.
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