पीलीभीत, विक्रांत शर्मा: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मनरेगा योजना में फर्जी मास्टर रोल बनाकर मां दुर्गा इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म बनाकर करीब 25 करोड़ का घोटाला करने वाले अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार गंगवार (एपीओ) सहित तीन रोजगार सेवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.


आपको बता दें तत्कालीन जिलाधिकारी रहे वैभव श्रीवास्तव के समय में मामले की शिकायत मुख्य सचिव मनोज कुमार से होने के बाद नवागत जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कार्रवाई करते हुए एपीओ सहित तीन रोजगार सेवकों को जेल भेजकर सीडीओ को मामले की जांच सौंप दी है. मामला अमरिया ब्लॉक का है.


रोजगार सेवकों ने भाजपा विधायक के करीबी एपीओ अजय कुमार के साथ सांठ-गांठ कर फर्जी तरीके से फर्म बनाकर गांव में मनरेगा से स्वीकृति निर्माण सामग्री भिजवाकर दूसरी ग्राम पंचायतों के जॉब कार्ड धारक मजदूरों के नाम फर्जी तरीके से मस्टर रोल निकालकर करीब 25 करोड़ का घोटाला किया. जिसको लेकर सीडीओ श्रीनिवास की जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन की तरफ से कार्रवाई के निर्दश के बाद चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.


जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि अमरिया ब्लॉक के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार गंगवार ने अपनी मां दुर्गा इंटरप्राइजेज की फर्म बनवाकर रोजगार सेवकों से सांठ-गांठ कर करोड़ों का घोटाले की जांच चल रही थी. जिसको लेकर शासन के निर्देष पर एपीओ सहित तीन रोजगार सेवकों को जेल भिजवाया गया है. साथ ही मामले से जुड़े अधिकारियों पर भी जांच करवाकर आय से अधिक सम्प्पति की भी जांच करवाई जा रही है.



अमरिया ब्लॉक मामले में सरकार की योजना में हुए करोड़ों के घोटाले को लेकर संबंधित अधिकारियों की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. जिसके बाद जिले के 9 ब्लॉकों के अधिकारियों, सचिवों में हड़कंप मचा हुआ है. जांच के बाद अभी कई ब्लॉकों में घोटाले संबंधित मामलों में और बड़ी कार्रवाई हो सकती है.


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