UP News: अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर रहने वाले पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के तेवर अब नरम पड़ गए हैं. एक वक्त यह चर्चा थी कि वरुण गांधी बीजेपी छोड़ सकते हैं. लेकिन बीते कुछ दिनों के सियासी घटनाक्रम ने इन सियासी अटकलों पर विराम लगा दिया है. अब माना जा रहा है कि वरुण गांधी 2024 में एक बार फिर से पीलीभीत से दम भरने के लिए तैयार हैं. अब बीजेपी सांसद ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) को एक पत्र लिखा है. 


वरुण गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र की बीसलपुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कोयला डिपो को हटाए जाने की मांग रखी है. बीजेपी सांसद ने अपने पत्र में कहा, "मेरे संसदीय क्षेत्र जनपद पीलीभीत के मोहल्ला हबिबुल्लाह खां, गांधी नगर कॉलोनी बीसलपुर में कॉलोनी के पास ही रेलवे स्टेशन स्थित है. यहां पर कोयला उतार का कार्य हो रहा है. जिससे की कोयले की धूल हवा में उड़ कर लोगों के घरों में जा रही है. घरों की छत काली होने के साथ ही मोहल्ले के बुजुर्ग व बच्चे अस्थमा जैसी गंभीर का शिकार हो रहे हैं."


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क्यों रखी है मांग?
बीजेपी सांसद ने लोगों द्वारा इस संबंध में की गई लिखित शिकायत को भी अपने पत्र के साथ रेल मंत्री को भेजा है. इस पत्र में उन्होंने आगे लिखा, "मेरा आपसे आग्रह है कि उपरोक्त समस्या को गंभीरता पूर्वक देखते हुए कोयले उतार का कार्य बंद करवाने हेतु संबंधित को निदेशित करने का कष्ट करें." खास बात ये है कि बीते कई दिनों से कोयला डिपो को हटाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन चल रहा है. 


बता दें कि इससे पहले वरुण गांधी ऑक्सफोर्ड यूनियन का आमंत्रण को ठुकराने की वजह से चर्चा में आए थे. तब उनसे ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सही रास्ते पर है या नहीं’ विषय पर आयोजित चर्चा में हिस्सा लेने का अनुरोध किया गया था. लेकिन वरुण गांधी ने कहा था कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर घरेलू चुनौतियों को उठाने की कोई योग्यता या समग्रता नजर नहीं आती और इस तरह का कदम एक ‘अपमानजनक कार्य’ होगा.