UP News: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थीं. तब कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) यूपी पहुंची थी. इन अटकलों को राहुल गांधी के बयान ने जन्म दिया था. लेकिन अब वरुण गांधी को लेकर चल रही अटकलों पर उनकी मां और सुल्तानपुर (Sultanpur) से सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) के एक फैसले ने विराम लगा दिया है.
दरअसल, जब यात्रा यूपी में आई थी तब राहुल गांधी ने कहा था, "मैं उनसे मिल सकता हूं, गले लग सकता हूं लेकिन उनकी विचारधारा को नहीं अपना सकता हूं." जिसके बाद उनके बीजेपी छोड़ने के कयास तेज हो गए. हालांकि बीते कुछ दिनों में ये कयास थमते नजर आ रहे हैं. इसके पीछे उनकी मां मेनका गांधी के एक फैसले को माना जा रहा है. इस फैसले के बाद वरुण गांधी की पार्टी के खिलाफ बयानबाजी भी थमते नजर आ रही है.
क्या मेनका गांधी का फैसला?
गौरतलब है कि वरुण गांधी के बगावती तेवरों के बीच मेनका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. दोनों के बीच ये मुलाकात सीएम योगी के लखनऊ स्थित आवास पर हुई थी. तब मेनका गांधी के साथ बीजेपी विधायक विनोद सिंह, सदर सीट से विधायक राज प्रसाद उपाध्याय, लंभुआ से विधायक सीताराम वर्मा और कादीपुर विधायक राजेश गौतम शामिल थे. हालांकि दावा किया गया कि इन दोनों दिग्गज नेताओं की मुलाकात विकास कार्यों पर चर्चा के लिए हुई थी.
लेकिन इस मुलाकत के बाद वरुण गांधी बीते काफी दिनों से बिल्कुल खामोश नजर आ रहे हैं. बता दें कि बीजेपी सांसद यूपी विधानसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर खुलकर जुबानी हमले किए थे. हालांकि इस चर्चा के दौरान उन्होंने एक बार अखिलेश यादव की भी तारीफ कर दी थी. जिसके बाद अटकलें और तेज हो गई थी.