Pilibhit News: BJP सरकार पर सांसद वरुण गांधी ने साधा निशाना, किसान, रोजगार और पेपर लीक पर कही ये बात
अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत (Pilibhit) पहुंचे सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने रोजगार और सरकार की रिक्त पदों पर भर्ती ना होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
UP News: अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत (Pilibhit) पहुंचे सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने रोजगार और सरकार की रिक्त पदों पर भर्ती ना होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा. किसानों और गरीबों के हितों की बात करते नजर आए वरुण गांधी ने कहा कि पूरे देश मे छोटे व्यपारियों और किसनों को मिलने वाले 8 फीसदी लोन को लेकर भ्रष्ट सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. वहीं सरकार की घोषित नौकरियों को लेकर रिक्त पदों पर भर्ती न होने को लेकर सरकार पर तमाम सवाल खड़े करते नजर आए.
रोजगार को लेकर क्या बोले?
सांसद ने कहा कि पूरे देश में रोजगार और किसानों का मुद्दा एक सबसे बड़ा प्रश्न है. हमारे देश में एक करोड़ 60 लाख रोजगार घोषित हैं. ये सरकार के माध्यम से जानकारी है, अभी पद खाली हैं. मतलब सरकार ने कहा कि नौकरी है लेकिन नौकरी दी नहीं गई है. इसमें बड़ी बात है कि सरकार जब नौकरी स्थापित करती है तो उस नौकरी के साथ-साथ आर्थिक प्रबंध भी होता है. खाली हवा में यह सब काम नहीं होते. सवाल यह है कि वह पैसे गए कहां. पूरे देश में 19 फीसदी में से 11 फीसदी लघु उद्योग को जा रहा है.
बैंक लोन को लेकर खड़े किए सवाल
पीलीभीत के सांसाद ने कहा कि जिसकी सालाना कमाई 50 करोड़ से लेकर 100 करोड़ रुपए उसको लोन आराम से मिलता है. लेकिन जो किसान है मजदूर है छोटा व्यापारी है, उसको लोन मिलता है 8 फीसदी क्या यह न्याय प्रिय बात है. आप में से कितने लोग हैं जो लोग लोन लेने गए हैं. बैंकों में और आप लोगों के लोन लेने के लिए बैंकों में प्राण सुखा दिए गए हैं. सवाल पूछते-पूछते और रिश्वत मांगते-मांगते कितने लोगों का अनुभव खराब हुआ होगा. आखिरकार जरूरतमंदों को लोन क्यों नहीं मिल पाता, इसमें भ्रष्टाचार पर रोक क्यों नहीं लगती है.
पेपर लीक होने पर सरकार को घेरा
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 8 ऐसे एग्जाम हैं जिन के पेपर लीक हो चुके हैं. जो पेपर लीक होगा उससे करोड़ों नवयुवक का भविष्य रद्दी में जाता है. जो नवयुवक इलाहाबाद, लखनऊ और दिल्ली पेपर देने जाता है और पेपर लीक हो जाता है क्या उनसे पगली करने वालों पर कार्रवाई यह जेल क्यों नहीं होती. यह सवाल पूछना चाहिए या नहीं पूछना चाहिए. नौजवान 2012 में पेपर देता है और 2022 तक उसकी भर्ती का इंतजार करता है. तब तक उसकी आयु खत्म हो जाती है. रिजल्ट भर्ती तब तक नहीं हो पाती. आखिर यह क्यों हो रहा है, ऐसे लोगों पर पेपर लीक करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती.
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