पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में शासन के निर्देश पर स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को दूरदर्शन और स्वंतत्र प्रवाह चैनल के माध्यम से भारतीय चैनलों के प्रसारण द्वारा टीवी पर ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. लेकिन, पीलीभीत के कई ग्रामीण इलाकों में बिजली की दिक्कत के चलते छात्र-छत्राओं को क्लास लेने में दिक्कत आ रही है.
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई की समस्या को लेकर DIOS से बात की तो उनका कहना है कि हमारे सभी विद्यालयों में ड्रॉप बॉक्स लगवाकर शिक्षकों की तरफ से समस्याओं का निदान किया जा रहा है. छात्र-छत्राओं का कहना है कि उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप पर भी आई पीडीएफ कई बार समझने में नहीं आती और कुछ चीजें बिना शिक्षक के अधूरी ही रह जाती हैं.
बिजली के खराब शेड्यूल के चलते बच्चों की पढ़ाई ठप हो जाती है. बच्चे 10 बजने का इंतजार करते हैं, फिर जैसे ही छात्र-छत्राएं अपना बैग लेकर टीवी पर चल रही ऑनलाइन क्लास लेने बैठते हैं, उसके कुछ देर बाद ही बिजली चली जाती है, जिससे ऑनलाइन क्लास की पढ़ाई अधूरी रह जाती है. बिजली जाने के बाद कोई अपना बैग समेटता नजर आता है तो कोई कॉपी से हवा करते हुए दिखाई देता है.
वहीं, ग्रामीण क्षेत्रो में स्कूलों की पढ़ाई बाधित होने को लेकर स्कूल कॉलेजो में शिकायतों पट्टिकाएं लगाकर जिला विद्यालय निरीक्षक शिक्षकों के माध्यम से छात्रों की सहायता की बात कर रहे हैं. छात्रों का कहना हैं कि कई वर्ग के लोग मजदूरी कर अपने बच्चों को महंगा फोन दिलवाकर उनकी ऑनलाइन क्लास की पढाई करवा रहे हैं. लेकिन कभी-कभी रिचार्ज खत्म होने की वजह से दिक्कत आ जाती है.
सबसे ज्यादा ऑनलाइन क्लास से होने वाली पढ़ाई का नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों के इलाकों में पढ़ रहे बच्चों को रहा है. वजह है पीलीभीत में खुले में रखे ट्रांसफार्मर का बार-बार खराब हो जाना. खराब शेड्यूल के कारण चरमराई बिजली व्यवस्था का खामियाजा बच्चों को उठाना पड़ रहा है. खराब बिजली व्यवस्था को लेकर छात्र-छत्राओं का कहना है कि बिजली विभाग अमीरों पर रहम और गरीबों पर सितम कर रहा है. जगह-जगह खुले में ट्रांसफार्मर होने से फॉल्ट तो हो ही रहा है, घरों से लेकर फैक्ट्रियों में बिजली चोरी कर ओवरलोड की समस्या से भी बिजली का शेड्यूल खराब है.
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