Pilibhit Janakrosh Yatra: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से शुरू हुई महान दल की अगुवाई में जन आक्रोश यात्रा निकाले जाने के मामले में महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्या सहित 62 नामजद व 125 अज्ञात नेताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे मामले में सपा जिला अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर पुलिस के बल पर जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगया है. मामला बीसलपुर क्षेत्र का है.


पुलिस और नेताओं के बीच हुई नोकझोंक 
दरअसल, कल 16 अगस्त को महान दल की अगुवाई में राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्या के साथ सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पीलीभीत जिले की बीसलपुर तहसील से जन आक्रोश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवना किया गया था. जिसके बाद जन आक्रोश यात्रा के दौरान सपा नेताओं सहित महान दल के नेताओं को पुलिस द्वारा कई जगह रोका भी गया. कहीं-कहीं पुलिस और नेताओ के बीच नोकझोंक भी हुई.


एफआईआर दर्ज की गई
नोकझोंक को लेकर बीसलपुर थाने में कोतवाली थाना क्षेत्र के चौकी प्रभारी की तहरीर पर महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्या सहित 62 नामजद सपाईयों और महान दल के नेताओ सहित 125 अन्य लोगों पर कोविड अधिनियम सहित पुलिस से अभद्रता करने के मामले में एफआईआर दर्ज कार्रवाई की गई.


कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन
अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि कल बिना इजाजत के कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए सपा और महान दल के नेताओं ने यात्रा निकाली थी जिसको लेकर बीसलपुर थाने में अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है.


2022 में सपा की सरकार बनवाएंगे 
सपा जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर विपक्ष जनता की आवाज पर जन आक्रोश यात्रा निकालकर जनता की आवाज उठाए तो कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन है और बीजेपी बिना अनुमति के अपने सम्मेलन कर नियमों को तोड़े तो कोई दिक्कत नहीं है. बीजेपी पुलिस बल का इस्तेमाल कर मुकदमे दर्ज कराने का काम करे. हम आने वाले 2022 में सपा की सरकार बनाकर क्रांति लिखने का काम करेंगे.



ये भी पढ़ें:


यूपी: विधान परिषद में उठा 'अब्बा जान' का मुद्दा, CM योगी आदित्यनाथ ने सपा पर कसा तंज


Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान के स्टूडेंट्स ने बयां किया दर्द, बोले- हर पल सता रही है परिवार की चिंता