वन विभाग की टीम पर हमला करने वाले शिकारी गिरफ्तार, सरकारी राइफल लेकर हुए थे फरार
Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत में दो दिन पहले वन विभाग की टीम पर हमला हुआ था. इस दौरान शिकारी हिरण चीतल का शिकार कर सरकारी राइफल लेकर फरार हो गए थे. इसमें एक हेड कांस्टेबल भी शामिल है.
UP News: यूपी के पीलीभीत में बीते दो दिन पूर्व टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर वन विभाग की टीम पर हमला कर हिरनण चीतल का शिकार कर सरकारी राइफल लेकर फरार हुए 6 शिकारियों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है. शिकारियों के पास से वन विभाग की छीनी गई बंदूक सहित दो राइफल और लाइसेंसी रिवाल्वर सहित वन्य जीवों का वध करने वाले उपकरण भी बरामद हुए हैं. फिलहाल पुलिस ने शिकारियों पर वन्य अधिनियम की संगीन धाराओं में केस दर्ज कर सभी शिकारियों को जेल भेज दिया है.
शिकारियों ने बीते दो दिन पूर्व जंगल के भीतर घुसकर अपने 6 साथियों के साथ मिलकर हिरणों का शिकार कर वन विभाग की टीम पर हमला कर टीम से सरकारी राइफल छीन कर मौके से भाग निकले थे, जिसके बाद पुलिस व वन विभाग की टीम लगातार इन शिकारियों की तलाश कर रही थी, और आज सुबह मुठभेड़ के दौरान 6 शिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
यूपी पुलिस में तैनात हेड कांस्टेबल ही करता था जीवों का शिकार
पुलिस के मुताबिक इन शिकारियो में सबसे लंबा चौड़ा शरीर वाला शख्श मंसूर अहमद जो पुलिस लाइने में ही हेड कांस्टेबल पद पर तैनात है, जो अपने साथियों के जीशान निवासी थाना कोतवाली क्षेत्र सपन उर्फ काला विप्लव बाला उर्फ विल्ला निवासी थाना न्यूरिया साथी गुरविंदर सिंह अब्दुल हकीम के साथ मिलकर जंगल के भीतर वन्य जीवों का शिकार करता था. बीते दिनों इन शिकारियों ने जंगल के भीतर वन्य जीवों का शिकार किया और वन विभाग की टीम के साथ मारपीट कर भाग गए थे.
30 अगस्त को घटना को दिया था अंजाम
एएसपी विक्रम दहिया ने बताया कि ये घटना 30 तारीख की रात को हुई थी, जिसमें माला फॉरेस्ट रेंज में कुछ शिकारी अंदर घुस गए थे और दो चीतल का शिकार किया था और उसी शिकार के दौरान फॉरेन्ट विभाग के लोग जो इनको ढूंडने अंदर पहुंचे थे, उनके हाथ से शस्त्र लेकर ये भाग गए थे. कल इन लोगों ने दोबारा इस तरह का प्रयाश किया और ये वन क्षेत्र में शिकार करने के लिए घुसे, लेकिन मुखबिर की तरफ से पुलिस को सूचना मिल गए और पुलिस पहले से ही काफी सतर्क थी. घटना के दौरान हमने इनको पकड़ा है. इनके पास से हथियार बरामद हुए हैं, जो ये लूट के गए थे वो भी हैं. उसके अलावा अन्य हथियार भी हैं. इसके अलावा इनके पास से मांस काटने के उपकरण भी बरामद हुए हैं.
इस हमले में फॉरेस्ट विभाग के भी अधिकारी हैं शामिल?
इसमें एक मंसूर नाम का एक हेड कॉन्सटेबल जो अभी पीलीभीत में ही पोस्टेड है, वो इनके साथ सन्लिप्त है. इस घटना में उनको भी गिरफ्तार किया गया है. उनसे भी काफी पूछताछ की गई है. फॉरेस्ट विभाग अन्य लोग भी इसमें सन्लिप्त हैं. ऐसी आशंका हमें जता रहे हैं. हम लोग इस कार्रवाई को आगे जारी रखेंगे और आगे भी इसमें देखेंगे कि कौन लोग इस प्रकार की घटना कर रहे हैं. ये पहले भी इस प्रकार की घटनाएं करते आए हैं. अन्य वन्य क्षेत्रों में, उत्तराखंड बॉर्डर पर भी ये लोग इस प्रकार की घटना करते हैं और माला रेन्ज में घटना इनके द्वारा पहली बार की गई थी. इनको गिरफ्तार कर लिया गया है. इनसे जो मोबाइल हमें मिला है, जिसमें कई जानवरों के मरे हुए फोटो हैं.
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