Pilibhit Lok Sabha Seat: उत्तर प्रदेश स्थित पीलीभीत लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बदल कर जितिन प्रसाद को चुनाव मैदान में उतार दिया है. हालांकि बीजेपी के सामने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर वरुण गांधी नामांकन कर बीजेपी के लिए मुश्किल बनते नजर आ सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह मंगलवार रात पीलीभीत पहुंचेंगे और नामांकन को लेकर आखिरी निर्णय लेंगे. 


साथ ही कयास ये भी लगाए जा रहे है सपा से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा भी नामांकन पत्र खरीद कर चुनाव में निर्दलीय ही ताल ठोक कर बीजेपी के लिए मुसीबत बन सकते हैं. सपा से बीजेपी में शामिल हुए हेमराज सपा से ही लोकसभा 2019 में चुनाव लड़े थे. वह बीजेपी के बाद दूसरे नम्बर पर रहकर 4 लाख 48 हजार से अधिक मत प्राप्त कर दूसरे नम्बर पर रहे हैं. ऐसे में तस्वीर साफ है जितिन प्रसाद के लिए राहें इतनी आसान नहीं है.


कौन है हेमराज वर्मा
हेमराज वर्मा सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे. वो 2012 में समाजवादी पार्टी से बरखेड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गये थे. 2015 में अखिलेश यादव की सरकार में खाद्य एवं रसद विभाग में राज्य मंत्री भी बनाए गए थे. 2019 में सपा से पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार रेह और वरुण गांधी के सामने इन्हें हार का सामना करना पड़ा था.


लेकिन दूसरे नंबर पर उनका ही नाम था. इसके बाद उन्होंने 2022 में बरखेड़ा विधानसभा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रहे. लेकिन इस बार भी इन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2023 में हेमराज ने समाजवादी पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था.


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