Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) में शादी के दिन दुल्हन अपने हाथों में मेहंदी सजाए बैठी रही तो वहीं घरवाले बारात के स्वागत की तैयारियों में जुटे थे लेकिन जिस दूल्हे को बारात लेकर दुल्हन के घर जाना था, वहीं शादी के दिन अपनी प्रेमिका के साथ लापता हो गया. काफी इंतजार के बाद दुल्हन के परिजनों ने मामले की शिकायत थाने में की तो दोनों पक्षों के बीच आपसी कहासुनी के बाद बरखेड़ा थाना पुलिस की मौजूदगी में समझौता करा दिया गया लड़की पक्ष कि वैसे ही समाज में बहुत बदनामी हो चुकी थी अब वह कार्यवाही करके और बदनामी समाज के बीच नहीं करना चाह रहे थे कि को लेकर दोनों पक्षो के बीच समझौता करा दिया गया.
दरअसल, यह घटना थाना बरखेड़ा क्षेत्र के अंतर्गत स्थित गांव मुड़िया हुलासी की है. राम बहादुर गंगवार के घर में शादी को लेकर खुशियों का जश्न मनाया जा रहा था. 23 फरवरी को थाना खुदागंज निवासी जिला शाहजहांपुर सुनील को दूल्हा बनकर बारात लेकर सीता के घर जाना था, लेकिन शादी के दिन मंडप सजा रह गया और दुल्हन के हाथों में मेहंदी रची रह गई लेकिन आरोपी दूल्हा अपनी प्रेमिका के साथ शादी से पहले ही घर से फरार हो गया, जब देर रात बारात नहीं आई तो अगले दिन दुल्हन के परिजनों ने थाने में पुलिस से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई.
पुलिस ने दोनों के बीच समझौता कराया
पुलिस ने तहरीर के आधार पर फरार हुए दूल्हे के परिजनों को हिरासत में लिया और थाने में दोनों के बीच हुई बातचीत के बाद वधू पक्ष के द्वारा गोद भराई की रस्म और तिलक की रस्म में दिए गए दान दहेज और मोटरसाइकिल को वापस ले लिया गया. दोनों के बीच थाने में पुलिस की मौजूदगी में समझौता हुआ और दोनों अपने अपने घर चले गए. दुल्हन के भाई अनुज कुमार ने बताया कि 23 फरवरी को बारात आनी थी लेकिन आरोपी दूल्हा जो होने वाला जीजा था घर से अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो गया.
आरोप है कि 12 फरवरी को हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से रिश्तेदारों की मौजूदगी में लड़के का रूप और तिलक किया गया था. जिसमें तीन लाख की नगदी सहित गाड़ी दी गई थी, पीड़िता के पिता वही लड़की के पिता राम बहादुर गंगवार का कहना है कि यदि लड़के को यह शादी पसंद नहीं थी तो पहले ही मना कर देता तो हम शादी की तैयारी नहीं करते.
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