Lok Sabha Election 2024: पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) बयानों को लेकर सुर्खियों में छाए रहते हैं. उनके बयान बीजेपी के खिलाफ जाते हुए दिखाई देते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी के बगावती तेवर की अक्सर चर्चा होती है. पीलीभीत दौरे पर गए सांसद ने एक बार फिर बीजेपी को असहज कर दिया. खेती-किसानी, किसान आंदोलन और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए वरुण गांधी ने बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि दो हिंदुस्तान नहीं होने चाहिए. एक हिंदुस्तान में अमीर को सारे अवसर प्राप्त हैं और दूसरे हिंदुस्तान में आम आदमी का संघर्ष निरंतर जारी है. उन्होंने मांग की कि हिंदुस्तान में सारे इंसानों को अवसर की प्राप्ति की कमी नहीं होनी चाहिए.
वरुण गांधी ने फिर दिखाए बगावती तेवर
जनसभा को संबोधित करते हुए वरुण गांधी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर खुद की पीठ थपथपाई. उन्होंने दावा किया कि एक रुपए का भी कमीशन और रिश्वत नहीं खाया. सांसद ने पीलीभीत को घर बताते हुए कहा कि मेरे लिए पैसे और ताकत पूंजी नहीं हैं बल्कि आशीर्वाद और रिश्ते मेरी पूंजी हैं. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में कुछ बनने के लिए नहीं बल्कि कुछ करने के लिए आया हूं. बीजेपी सांसद ने खुद की सादगी का उदाहरण दिया. वरुण गांधी ने कोराना काल में बिना सरकारी मदद के लोगों की सेवा करने की बात कही. वरुण ने अपनी मां का जिक्र करते हुए कहा कि मेनका गांधी के बारे में कोई प्रतिद्वंद्वी भी भ्रष्टाचार की बात नहीं कहता है.
मेनका गांधी की नसीहत का दिया हवाला
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों में उपलब्ध कराए. मरीजों के लिए दवाइयों की भी व्यवस्था कराई. वरुण गांधी ने दावा किया कि कोरोना मरीजों के लिए बेटी की फिक्स डिपॉजिट को भी तोड़ दी. उन्होंने मां मेनका गांधी की नसीहत का हवाला दिया. मेनका गांधी ने बेटे से कहा था कि क्षेत्र की जनता को परिवार समझने का सही मौका है. उन्होंने पीलीभीत के लोगों की संघर्ष की लड़ाई में खड़े होने का दावा किया. वरुण गांधी ने कहा कि भारत मां की जय बोलना सिर्फ नारा बनकर नहीं रह जाए. भारत की मां जय तब होगी जब भारत के सपूतों का सपना साकार होगा.