UP News: पीलीभीत जिला अस्पताल में जन्म के बाद नवजात की मौत, लापरवाही को लेकर उठ रहे सवाल
Pilibhit News: परिजन प्रसूता को जिला अस्पताल के डॉक्टरों से भर्ती करने की गुहार लगाते रहे. स्टाफ ने भी परिजनों की फरियाद को अनसुना कर दिया. आखिरकार महिला की डिलीवरी बेंच पर हुई.
UP News: पीलीभीत में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. प्रसव के दौरान इलाज नहीं मिलने से नवजात की मौत हो गई. आरोप है कि इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एसपी सिंह ने गर्भवती महिला को भर्ती करने से इंकार कर दिया था. स्टाफ ने भी महिला के परिजनों की गुहार को अनसुना कर दिया. मामला स्वशासी राजकीय जिला अस्पताल का है. ग्राम देवीपुरा निवासी 25 वर्षीय सुमन कुमारी को एंबुलेंस से प्रसव के लिए जिला अस्पताल लाया गया था.
पीलीभीत जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही
इमरजेंसी में डॉक्टर एसपी सिंह की ड्यूटी थी. ससुर कृष्ण पाल डॉक्टर एसपी सिंह से बहू को भर्ती करने की गुहार लगाई. उन्होंने स्टाफ के आगे भी हाथ जोड़े. बेरहम अस्पताल के स्टाफ ने ससुर की एक न सुनी. दर्द से कराहती प्रसूता को परिजनों ने बेंच पर लिटा दिया. महिला ने बेंच पर मासूम को जन्म दिया. जन्म के तुरंत बाद नवजात ने दम तोड़ दिया. प्रसूता को चिकित्सा सुविधा देने की भी किसी ने सुध नहीं ली. घटना को मौके पर मौजूद लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया. लाचार स्वास्थ्य सेवाओं पर जिम्मेदार डॉक्टर्स सहित स्टाफ सफाई देते नजर आए.
प्रसूता को नहीं मिला इलाज, नवजात की मौत
सवाल पूछने पर वरिष्ठ चिकित्सक एसके सिंह ने इमरजेंसी में काम करने का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि बाहर आवाज आ रही थी. अंदर कोई मरीज नहीं आई. बाहर क्या हो रहा है हमें क्या मतलब, हमारे अपने केस लगे थे, बाद में स्ट्रेचर भिजवाया. बता दें कि डॉक्टर एसके सिंह अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं. कुछ दिनों पहले डॉक्टर एसके सिंह की मरीजों से मारपीट भी हो चुकी है. मारपीट मामले की अभी पुलिस जांच कर रही है. सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था. डॉक्टर राजेश भट्ट ने बताया कि जानकारी होने पर स्टाफ को एडमिट करने के लिए बोला था. डिलीवरी यहीं कहीं हुई होगी. जच्चा सही है पर बच्चे की मौत हो गई. लापरवाही मैं नहीं कह सकता.
UP News: बस्ती में योजनाओं की हकीकत जानने आ रहे हैं मुख्य सचिव, DM ने अधिकारियों को दिए अहम निर्देश