Pilibhit News: पीलीभीत में बीते दिनों बीसलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रसिया खानपुर निवासी कृष्णा देवी ग़ांव के ही अभिययुक्तों की धमकियों से परेशान होकर अपने परिवार सहित पलायन करने को मजबूर हो गई और घर छोड़कर चली गई. इस पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक ने गोपनीय जांच का हवाला देते हुए कार्रवाई की बात कही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, थाना बीसलपुर क्षेत्र निवासी ग्राम रसिया खानपुर पीड़िता महिला कृष्णा ने कुछ दिनों पहले गांव के ही अभियुक्तों के खिलाफ बछड़ा चोरी कर उसका वध करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसको लेकर लगातार गांव के ही चारों अभियुक्त पीड़िता और उसके परिवार को परेशान कर रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने अपने घर के बाहर दीवार पर नोटिस बोर्ड चस्पा कर पलायन करने की सूचना लिखी थी लेकिन मौके पर पहुंचे एसडीएम और सीओ बीसलपुर जांच के दौरान पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों में प्रथम दृष्टया जांच के दौरान साक्ष्य न मिलने पर पीड़ित से बात कर जांच का हवाला देते हुए वहां से चले आए. जिसके बाद पीड़िता ने परिवार के साथ पलायन कर लिया.
वहीं पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों की एसडीएम बीसलपुर और सीओ बीसलपुर प्रशांत कुमार के द्वारा मौके पर जाकर पीड़िता व ग्रामीणों से बातचीत की गई. उस दौरान पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों के साथ साक्ष्य सबूत ना मिल पाने के कारण पुलिस द्वारा विवेचना की गई. फिलहाल ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि पीड़िता अपने परिवार के साथ किसी रिश्तेदारी में गई है. आरोपियों के खिलाफ पहले से ही गौ वंश अधिनियम सहित संगीन धाराओ में केस दर्ज है मामले में विवेचना प्रचलित है, पूरे प्रकरण को लेकर गोपनीय जांच भी की जा रही है जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
महिला ने परिवार के साथ किया पलायन
पीड़िता ने अपने घर पर नोटिस बोर्ड चस्पा कर उस पर आवश्यक सूचना लिखते हुए दर्शाया है कि बीते 10 अप्रैल 2022 को ग़ांव के अभियुक्तों द्वारा खेत में घूम रहे उसके बछड़े को गांव के ही रहने वाले आबिद हुसैन जिलेदार और रईस सहित मुन्ने खां ने चोरी कर उसका वध कर दिया था और उसे बाजार में बेच दिया, जिसके बाद लगातार पुलिस के चक्कर काटने के बाद आरोपियो पर कोई एक्शन नहीं लिए जाने के बाद पीड़ित परिवार ने बरेली महानिदेशक के पास शिकायत करने के घटना के 55 दिन बीत जाने बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया और इसके बाद से लगातार अपराधी अभियुक्त उसे परेशान कर रहे थे. जिससे परेशान होकर अपने परिवार के साथ पलायन कर दिया है.
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