Pilibhit News: बस का इंतजार, ट्रेन का इंतजार तो हम सभी लोग करते है लेकिन अपने घर पहुंचने के लिए अगर इंतजार करना पड़े तो थोड़ी हैरानी होगी. इतना ही नही वोट पर बैठ कर नदी के उस पार जाने के लिये नम्बर लगाना पड़ता है. इसके लिये बाइक सवार अपनी बीबी बच्चों के साथ किलोमीटर तक लंबी कतार में घण्टो खड़े रहते है. तब जाकर सुबह वालों का दोपहर और दोपहर वालों का शाम तक नम्बर आ पाता है. ये सब कहीं और नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में हो रहा है. ताज्जुब इस बात का है कि अधिकारी फक्र के साथ कह रहे हैं कि अभी तो सालों तक ऐसा ही चलेगा. 


लम्बी कतार लगाकर बारी बारी लाइन से बाइक सवार नाव पर चढ़ते हुए, दूर तक पानी ही पानी,पानी की धार में बाइक और लोगो से भरी नाव,और नदी किनारे अपने नम्बर का इंतजार करते बच्चे महिलाएं बड़े- बूढ़े ,किसान,दूध वाले,फेरी वाले हैं. ये तस्वीर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले की पूरनपुर तहसील से सामने आई है, वही उत्तर प्रदेश जहां की योगी सरकार दिन-रात विकास की दुहाई देते नहीं थकती है. 


शारदा नदी पर नहीं है स्थाई पुल
दरअसल तहसील क्षेत्र के शारदा नदी के पार गांव में आने-जाने के लिए शारदा नदी को दो बार नाव से पार करना पड़ता है. इसके अलावा अगर सड़क मार्ग से नदी के पार गांव में जाना पड़े तो सैकड़ो किलोमीटर और तीन जिलों पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर और फिर पीलीभीत का रास्ता नापना पड़ता है. उसमें मोटे पैसे और घण्टों समय बर्बाद करना पड़ता है. शारदा नदी पर कोई भी स्थाई पुल नहीं है. 


वही इस नदी से सटे नेपाल देश मे चंद किलोमीटर की दूरी पर नदी पर पक्का पुल बन चुके दशकों हो गए है, लेकिन पीलीभीत में हर साल एक वैकल्पिक (पैंटून पुल) बना दिया जाता है और लोग उसे पार कर उस तरफ पहुँचते है. इस बार PWD अधिकारियों की मेहरबानी देखिये कि लोगों वह भी नसीब नहीं हुई. हालांकि PWD की तरफ से इन नावों का संचालन फ्री किया गया है लेकिन लाखों की आबादी में यह भी ऊंट के मुंह में जीरा के समान है.


पुल निर्माण में लगेगा 5 साल का वक्त
राजेश चौधरी अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी विभाग पीलीभीत ने बताया शारदा नदी में जलस्तर अभी ज्यादा है. इसके चलते वैकल्पिक पुल का निर्माण नहीं हो सका. हम लगातार निर्माण कार्य कर रहे हैं. मौके पर हमने विभाग द्वारा नव संचालित कर रखी है जिससे लोग आ जा रहे हैं. इस नदी पर ढाई सौ करोड़ की लागत का पुल का निर्माण होना है लेकिन जंगल और वर्ल्ड लाइफ की तरफ से एनओसी नहीं मिली है एनओसी मिलने के बाद पुल का निर्माण हो सकेगा. उसमें भी पुल बनने में कम से पांच साल लगेगा.


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