पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में अमृत योजना के तहत खोदी गई सड़कें शहर के लोगों के लिए मुसीबत बन गई हैं. 3 साल पहले स्वीकृत हुई 35 करोड़ की पेयजल योजना का काम जल निगम की लापरवाही से जी का जंजाल बन गया है. जल निगम के ठेकेदारों ने पेयजल लाइन बिछाने के लिए शहर के अधिकांश मोहल्लों की सड़कें खोद दीं लेकिन उन्हें दुरुस्त नहीं कराया. इससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.


जल निगम को सौंपी गई है जिम्मेदारी
अमृत योजना के तहत शहर की बदहाल पेयजल व्यवस्था को सुधारने के लिए करीब 36 करोड़ की लागत से शहर में कार्य कराए जा रहे हैं. इसके तहत जर्जर पाइप लाइन को बदलकर उनके स्थान पर नई पाइप लाइन बिछाई जा रही है. काम की जिम्मेदारी जल निगम को सौंपी गई है. जल निगम पिछले 2 साल से पूरे शहर में पाइप लाइनों को बिछाने के लिए काम कर रहा है और इस दौरान लाखों रुपए की लागत से बनाई गई सड़कों को खोदा गया है.


लोगों को हो रही है परेशानी
खास बात ये है कि तमाम इलाकों में कई माहीने पहले ही सड़कों पर पाइप लाइन बिछा दी गई थी लेकिन अभी तक खोदी गई सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई है. बेतरतीब ढंग से तोड़ने के बाद सड़कें उबड़-खाबड़ हो गई हैं. इससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खोदी गई सड़कों से धूल उड़ रही है. कई बार मिट्टी के कीचड़ बनने से लोग चोटिल भी हो रहे हैं. इस संबंध में जब जल निगम की अधिशासी अभियंता से पूछा गया तो उन्होंने शासनादेश का हवाला देकर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.


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