Pilibhit News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पीलीभीत में गेहूं की फसल में आग लगने से किसानों की कई एकड़ गेंहू की पकी फसल जलकर राख हो गई. आग लगने की सूचना देने के बाद भी घटनास्थल पर अग्निशमन विभाग (fire department) की टीम नहीं पहुंची. किसी तरह से कड़ी मशक्क्त के बाद किसानों ने ट्रैक्टर ट्राली से जुताई कर आग पर काबू पाया.
गांव वालों ने की ये मांग
घटना की सूचना पर तहसीलदार अशोक गुप्ता ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है. पीड़ित ग्रामीणों की मांग है कि तहसील क्षेत्र में अग्मिश्मन विभाग की व्यवस्थाएं दुरुस्त न होने की वजह से आग से हर वर्ष करोड़ो रुपये का नुकसान होता है, जिसपर जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.
कैसे लगी आग
घटना थाना पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव भगवंतापुर औरंगाबाद की है. दरअसल कंबाइन से गेहूं की कटाई करते वक्त उठी छोटी सी चिंगारी किसानों के पकी गेहूं की फसल को तबाह कर गई. थाना माधोटांडा क्षेत्र के भगवंतापुर रोड स्थित औरंगाबाद गांव में हरिश्चंद्र नाम के किसान की लगभग 23 बीघा गेहूं जलकर राख हो गई. यही नहीं पास के खेत में भी कंबाइन की चिंगारी से आग लगने से हरजीत सिंह और उनके भाई बलविंदर सिंह की भी लगभग 30-35 बीघा गेहूं जलकर खाक हो गई.
नुकसान का रिपोर्ट भेजा गया
पीड़ित किसानों ने अग्निशमन विभाग को अपनी फसल में लगी आग की सूचना दी लेकिन तहसील में अग्निशमन विभाग की व्यवस्था दुरुस्त ना होने की वजह से अग्निशमन विभाग की गाड़ियां मौके पर नहीं पहुंचीं और लाखों रुपए का खून पसीने की कमाई से तैयार की गई गेहूं की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई. हालांकि सूचना के बाद तहसीलदार अशोक गुप्ता सहित राजस्व विभाग की टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर किसानों को हुए नुकसान की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी है.
मुआवजे का आश्वासन दिया
टीम ने फसल के हुए नुकसान को लेकर मुआवजा दिए जाने का आश्वासन भी दिया है. फिलहाल घटना के बाद से किसान परेशान और हताश हैं. साथ ही तहसील में अग्निशमन व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम ना होने से जिला प्रशासन से तहसील क्षेत्र में अग्निशमन व्यवस्था को दुरुस्त कराए जाने की मांग की है ताकि भविष्य में आग से होने वाली घटनाओं पर काबू पाया जा सके.