Pilibhit News: टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र खत्म, वन विभाग को हुआ बड़ा मुनाफा, 15 नवंबर से फिर होगी शुरुआत
पीलीभीत टाइगर रिजर्व (Pilibhit Tiger Reserve) पर्यटन सत्र का बुधवार को आखरी दिन था. इस पर्यटन सत्र के दौरान पीलीभीत टाइगर रिजर्व में इस बार पूरे सत्र में लगभग 20 हजार से अधिक सैलानी आए.
UP News: 11 नवंबर 2021 से शुरू हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व (Pilibhit Tiger Reserve) पर्यटन सत्र का बुधवार को आखरी दिन था. जहां विश्व विख्यात बाघों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए अलग पहचान रखने वाले पीलीभीत टाइगर रिजर्व में इस बार पूरे सत्र में लगभग 20 हजार से अधिक सैलानी आए. पर्यटकों ने यहां चूका बीच जिसे मिनी गोवा (Goa) भी कहा जाता है, आकर वोटिंग से लेकर वाटर हट, थारू हट और तमाम दुर्लभ प्रजापतियो के वन्य जीवों के दीदार कर प्रकृति के सौंदर्य का लुत्फ उठाया.
40 लाख रुपए बढ़ी आय
पर्यटन को बढ़ावा देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व को लगभग 40 लाख रुपए की आय में व्रद्धि दी है. जिससे पीलीभीत में वन्य जीव संरक्षण को लेकर टाइगर रिजर्व की देख रेख भी अब पहले से बेहतर हो सकेगी. 2014 में सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है. जहां कोरोना काल के बाद मिली छूट के बाद से पीलीभीत में इस सत्र विदेशी पर्यटकों ने भी खूब लुत्फ उठाया.
2014 से हुआ शुरू
हर वर्ष 15 जून को पीलीभीत टाइगर रिजर्व मानसून से पहले सैलानियों और पर्यटकों के लिए बारिश होने के कारण बंद कर दिया जाता है. 2014 से अब तक टाइगर रिजर्व शानदार सत्र माना जा रहा है. जिसमें पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पूरे वर्ष में लगभग 20,000 सैलानी यहां पहुंचे. जिनमें से कुछ चलानी विदेशी भी थे. पीलीभीत टाइगर रिजर्व सत्र की इस वर्ष आए लगभग 40 लाख रुपए रही है, जो टाइगर रिजर्व में वन्य जीव संरक्षण सहित तमाम पीटीआर के व्यवस्थाओं को सुधार करने हेतु बड़ी सफलता के रूप में मानी जा रही है.
15 नवंबर के बाद फिर होगा शुरू
वहीं सत्र के समापन के दौरान पर्यटकों के रूट स्थल पर वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक आकर्षण और दिलचस्प खबर यह भी है कि महोफ रेंज में बाघ ने भालू का शिकार कर उसे निवाला बना दिया. जगह-जगह से आए पर्यटकों के लिए बाघ, भालू सहित हिरनों के तमाम वीडियो पीलीभीत टाईगर रिजर्व से सामने भी आए हैं. यदि आप इस खबर को देखकर इस और जरूर आकर्षित हो रहे होंगे तो आपको आने वाले 15 नवंबर तक इंतजार करना होगा. जिसके बाद उन्हें एक बार पीलीभीत टाइगर रिजर्व संत का शुभारंभ किया जाएगा. जिसके बाद ही आप प्रकृति सौंदर्य के बीच बाघों के इस शहर पीलीभीत में आकर प्रकृति के सौंदर्य वह दुर्लभ वन्यजीवों के दीदार कर सकेंगे.
क्या बोले डीएफओ?
डीएफओ नवीन खण्डेलवाल ने बताया कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व सत्र का शुभारंभ बहुत अच्छे से सरकार में वन मंत्री द्वारा किया गया था. इस बार पर्यटकों के लिए चूंका स्पॉट पर नई बम्बू हट का निर्माण किया गया, जो सैलानियों के लिए बेहद आकर्षण का केंद्र रही है. वोट सफारी की डिमांड भी काफी रही झील में वोट सफारी का लुत्फ भी पर्यटकों ने लिया है. हर बार की अपेक्षा इस बार सबसे अधिक आय पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मिली है. टाइगर रिजर्व गेट भी सेल्फे आकर्षण का केंद्र बने हैं. टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन को कैबिनेट से मंजूरी भी मिल चुकी है तो इससे पर्यटन क्षेत्र में विकास के लिए विशेष सहयोग मिलेगा.
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