Pilibhit Tiger Reserve: पर्यटकों के लिए खुल गया पीलीभीत टाइगर रिजर्व, सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना सेल्फी प्वॉइंट
पीलीभीत के टाइगर रिजर्व में मंगलवार को बाघ, हाथी और भालू के अलावा जलीय जीवों को देखने का आनंद सैलानियों ने लिया. उन्होंने सेल्फी प्वाइंट पर तस्वीरें लीं और वोटिंग के भी मजे लिए.
UP News: पीलीभीत टाइगर रिजर्व (Pilibhit Tiger Reserve) के पर्यटन सत्र की शुरुआत मंगलवार को हो गई. पर्यावरण मंत्री केपी मलिक (KP Malik) ने सत्र की शुरुआत की. पर्यटन सत्र के पहले दिन सैलानियों के लिए प्रवेश निशुल्क रहा. वहीं सैलानियों ने कर्नाटक से लाए गए हाथियों, बाघ और हिरन की अलग-अलग प्रजातियों के दीदार किए.
प्रकृति के सौंदर्य के बीच बसे टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों की संख्या बढ़ रही है. यहां सैलानी हिरन की दर्जनों प्रजातियों के साथ-साथ जलीय जीव मगरमच्छ और कर्नाटक से लाए गए चार हाथियों के दीदार कर सकेंगे. टाइगर रिजर्व सत्र के पहले दिन सैलानियों को निशुल्क प्रवेश दिया गया, जिस दौरान सैलानियों ने जंगल सफारी के समय हिरन अलग-अलग प्रजाति के दर्शन किए. टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बनाए गए सेल्फी प्वॉइंट पर सेल्फी ली और वोटिंग का भी आनंद लिया.
पर्यटकों से लिए जाएंगे सुझाव - केपी मलिक
मंत्री केपी मलिक ने बताया कि यहां स्कूली बच्चों और पर्यटकों के लिए नई सफारियों का शुभारंभ किया गया है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व जिला मुख्यालय से सेल्फी प्वॉइंट सिग्नेचर गेट का उद्घाटन किया गया है. पर्यटन क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. पर्यटकों से सुझाव लेकर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सुधार करने का प्रयास करेंगे. बता दें कि यहां बाघों की संख्या 60 से अधिक है. वहीं हिरन की आधा दर्जन से अधिक प्रजातियां रहती हैं. यह रिजर्व पांडा और भालू जैसे जानवरों का भी घर है. यहां बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद भी आए थे. उन्होंने कहा, 'पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पूरे देश-प्रदेश की जनता का स्वागत करता हूं जो यहां आकर प्रकृति के सौंदर्य के बीच स्थित बाघों, हाथी, भालू और जलीय जीवों के लिए जाना जाता है. उनके दीदार के लिए लोग यहां आ सकते हैं. आज से यहां पर्यटन सत्र की शुरुआत हुई है.'
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