Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत (Pilibhit DM) जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार (Pravin Kumar Lakshkar) को जनप्रतिनिधियों के साथ हुई मासिक बैठक का फोटो ट्विटर एकाउंट (Twitter Account) पर शेयर करना महंगा पड़ गया, जिसको लेकर नाराज बीजेपी (BJP) के विधायक ने प्रोटोकॉल का पालन ना करने और तमाम अन्य मामलों को लेकर डीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस संबंध में विशेष सचिव ने डीएम को पत्र भेजकर जवाब तलब भी कर लिया है, जिसके बाद डीएम की फजीहत हो रही है. 


डीएम प्रवीण कुमार ने जो तस्वीर शेयर की है उसमें वो सामने सोफे पर बैठे हैं. उनके बाई ओर सोफे पर बैठे बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह व पूर्व विधायक राम सरन वर्मा एवं बरखेड़ा से बीजेपी विधायक स्वामी प्रवक्ता नन्द उर्फ जयद्रथ हैं. डीएम के दाएं तरफ बैठे सांसद के प्रतिनिधि सचिव दीपक पांडे बैठे हुए हैं. डीएम के सामने तत्कालीन एएसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी और सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह के साथ उनके बगल में पीली जैकेट में बीसलपुर से बीजेपी विधायक विवेक वर्मा हैं. 


सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करना पड़ा भारी


इस तस्वीर को डीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया और इसके साथ कैप्शन में लिखा, 'मा. जनप्रतिनिधियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट कार्यालय में संपन्न हुई." इस पोस्ट करना अब डीएम को महंगा पड़ गया है, जिससे नाराज बीसलपुर विधायक विवेक वर्मा ने पूरे मामले को विधानसभा में उठाते हुए प्रोटोकॉल को तोड़ने का आरोप लगाया हैं


विवेक वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार हर माह में समन्वयक बैठक आयोजित की थी, जिस पर डीएम ने अपने सामने वाली कुर्सी पर मुझे फरियादियों की तरह बैठा दिया और उसके बाद वही फोटो अपने ट्विटर से शेयर कर दी, जिसको लेकर प्रोटोकॉल के उल्लंघन सम्बंध में हमने मुद्दे को विधानसभा में उठाते हुए प्रमुख सचिव को जानकारी दी है. इस मामले में डीएम को नोटिस जारी किया गया है. 


विधायक ने इस तस्वीर को शेयर करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मीडिया से अपना दर्द बयान किया है और डीएम को विधायक का सम्मान याद दिलाने की बात कही है. 


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