Pilibhit News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का बुल्डोजर अब पीलीभीत में भी चलने लगा है. यहां लेखपाल की सूचना पर मामला कोर्ट में आया था तो कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए NH-730 पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को मुक्त कराए जाने का निर्देश दिया. अवैध कब्जा न हटाये जाने के बाद एसडीएम और भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर प्रशासन ने जमीन को मुक्त कराया. जमीन की कीमत 70 लाख के आसपास बताई जा रही है.


क्या था मामला
पीलीभीत के ग्राम बालपुर पट्टी में जलमग्न भूमि पर वीरपाल नाम के शख्स ने अवैध पक्का निर्माण कर ढाबा बना लिया था. इसके संबंध में न्यायालय तहसीलदार सदर पीलीभीत के समक्ष मामला आया जिसका न्यायालय द्वारा बेदखली का आदेश दिया गया लेकिन वीरपाल ने कब्जा नहीं हटाया. इसे लेकर सदर एसडीएम योगेश कुमार गौड़ ने अपनी टीम और भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर ढाबे को बुलडोजर से ध्वस्त किया और जमीन को कब्जे से मुक्त कराया. 


Gorakhnath Temple Attack: गोरखनाथ मंदिर हमला मामले में यूपी ATS की टीमें 7 शहरों में कर रही छापेमारी, 1 दर्जन से ज्यादा संदिग्धों से हुई पूछताछ


भूमाफियाओं में मचा हड़कंप
जमीन की बाजार में कीमत 70 लाख के आसपास बताई जा रही है. यह जमीन बरेली जाने वाले नेशनल हाईवे पर स्थित है. जनपद में बुलडोजर चलने से लोगों में सनसनी फैल गई क्योंकि योगी सरकार में यहां पहली बार बुलडोजर चलाकर जमीन को मुक्त कराया गया. वहीं बुलडोजर की कार्रवाई के खौफ से अब पीलीभीत के भूमाफियाओं में हड़कम्प मचा हुआ है .


एसडीएम ने क्या बताया
पीलीभीत के एसडीएम योगेश गौड़ ने बताया कि मामला बालपुर पट्टी का है जो तहसील सदर में आता है. इसमें तहसीलदार के द्वारा 17 दिसम्बर को आदेश भी हो गया था, उसके बाद भी इन्होंने अपना कब्जा नहीं हटाया. कई बार नोटिस देने के बाद आज ये कार्रवाई की गई है. कोर्ट के आदेश के बाद हम लोगों ने जमीन को आज मुक्त कराया है. यहां जलमग्न जमीन पर पक्का निर्माण कर ढाबा बनाया गया था.


Meerut News: 'सोनम बेवफा' चढ़ी पुलिस के हत्थे, गैंग के सरगना की दोस्ती, प्यार फिर लूट की अनोखी कहानी का पर्दाफाश