Uttar Pradesh News: यूपी के पीलीभीत (Pilibhit) में जन्म के बाद नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंकने के मामले में पुलिस (Pilibhit Police) ने बच्ची के पिता और दादी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. घटना थाना बिलसंडा क्षेत्र की है. यहां बीते 12 दिन पहले एक नवजात झाड़ियों में पड़ी मिली थी. पुलिस ने रेस्क्यू कर उसका जीवन बचाया. नवजात बच्ची को बेहतर इलाज के लिए पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था. पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी पति और सास को गिरफ्तार किया है. घटना थाना बिलसंडा क्षेत्र की है.


दरअसल थाना बिलसंडा क्षेत्र के रूरिया धुरिया गांव में बीते 18 नवंबर को पुलिस को एक नवजात बच्ची के झाड़ियों में पड़े होने की सूचना मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराकर उसका इलाज कराया. बाल कल्याण समिति की न्याय पीठ को पुलिस ने इसकी सूचना दी जिसके बाद बाल कल्याण समिति न्याय पीठ के आदेश पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की. 


आरोपी ने कबूल किया जुर्म
जांच के दौरान बिलसंडा थाना क्षेत्र निवासी मोनू सिंह से गिरफ्तारी के बाद कड़ाई से पूछताछ की गई. आरोपी मोनू और उसकी मां ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसने अपनी पत्नी से झूठ बोला कि तुम्हारी बच्ची पैदा हुई थी और वह मर गई थी जिसे दफन कर दिया है. पूरे मामले की पूछताछ के बाद पुलिस ने जुर्म कबूल करने वाली आरोपी सास और पति को गिरफ्तार कर कोर्ट भेज दिया है.


प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने बताया कि जनपद के बिलसंडा थाना में रूरिया धुरिया गांव में एक नवजात झाड़ियों में पाई गई थी, जिसको इलाज के बाद बदायूं के बाल गृह में रखा गया है. बाल कल्याण विभाग की ओर से एफआईआर के बाद पुलिस ने बच्ची को फेंकने वाले उसके पिता और उसकी दादी को गिरफ्तार कर लिया  है.


बच्ची की मां प्रियंका ने बताया कि उसकी सास और पति ने जन्म के बाद बच्ची को कूड़े के ढेर के फेंकते हुए कहा था कि वह मर गई है और बाद में वह जिंदा निकली. पुलिस ने उसे बचाकर सकुशल अस्पताल भेज दिया है.


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