UP News:  पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से पीलीभीत (Pilibhit) के कलीनगर तहसील में शारदा नदी (Sharda River) के किनारे बसे दर्जनों गांव के ग्रामीणों को बाढ़ का डर (Fear of Flood) सताने लगा है. ग्रामीण नदी पार कर के ऊंचे स्थानों पर भी जाने लगे हैं. जिला प्रशासन बाढ़ की तैयारी का दावा कर रहा है लेकिन धरातल पर ऐसा नजर नहीं आ रहा.


ग्रामीण नदी पार करने के लिए मांग रहे हैं नाव
शारदा नदी के किनारे बसे नौज्जलिया नगरिया कट ग़ांव में पिछली बार सैकड़ों ग्रामीणों को बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ी थी. प्रशासन तैयारी का दावा तो कर रहा है लेकिन शारदा नदी के किनारे बाढ़ ग्रस्त इलाकों में काम पूरा नहीं हो सका है. एबीपी गंगा की टीम ने नौज्जलिया ग़ांव में बाढ़ राहत बचाव कार्य को लेकर ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों से बात की तो उनका साफ तौर पर कहना है कि बाढ़ राहत बचाव के कार्य पूरे नहीं हो सके हैं. पिछली बार बाढ़ की त्रासदी से लोगों के घर उजड़ गए थे और सैकड़ों एकड़ जमीन शारदा के आगोश में समा गई थी जिसकी भरपाई अब तक नहीं हो सकी है. किसी तरह से ऊंचे टीले या बांध पर जा कर अपनी जान बचाई थी लेकिन इस बार अब तक जिला प्रशासन में कोई व्यवस्था यहां पर नहीं की है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार यदि नाव की व्यवस्था करा दे तो काफी हद तक मुश्किलें दूर हो जाएंगी.  




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बाढ़ राहत की तैयारियों पर जिलाधिकारी ने कही यह बात

इस पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि जनपद में पिछली बार 80 ग्राम पंचायत देवा नदी से प्रभावित हुई थी. इसको लेकर सभी एसडीएम द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ चौकियां बना ली गई हैं. कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों के प्रधानों से वार्ता कर ली गई है. जल स्तर पर लगातार निगाह रखी जा रही है. दवाइयों की व्यवस्था कर ली गई है .सिंचाई विभाग की योजनाओं का निरीक्षण समय-समय पर किया जा रहा है. इस बार बाढ़ की स्थिति यदि बनती है तो नुकसान कम से कम होगा ऐसी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है.


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