Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. राम मंदिर को भव्य बनाने के लिए कई तरह के पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. मिर्जापुर के गुलाबी बलुआ पत्थर भी राम मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाने वाले हैं. राम मंदिर निर्माण में इन गुलाबी पत्थरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा.


मिर्जापुर से गुलाबी पत्थरों की पहली खेप को रवाना किया गया है. पहली खेप में 27 पत्थर हैं. डीएम प्रवीण कुमार ने पत्थरों की खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अगले आठ महीनों में करीब 19 हजार पत्थर राम मंदिर निर्माण के लिए भेजे जाएंगे.






एलएनटी कंपनी को पत्थर आपूर्ति की जिम्मेदारी
ये पत्थर चार फीट लंबे, पांच फीट चौड़े और दो फीट ऊंचे हैं. राम मंदिर निर्माण समिति ने एलएनटी कंपनी को पत्थर आपूर्ति की जिम्मेदारी दी है. दरअसल, मिर्जापुर में गुलाबी बलुआ पत्थर की खदान होने की वजह से ये यहां ज्यादा पाए जाते हैं. इन पत्थरों का इस्तेमाल अशोक स्तंभ, संसद की सीढ़िया, बौद्ध स्तूप और लखनऊ के अंबेडकर पार्क निर्माण में भी हो चुका है. बता दें कि राम मंदिर निर्माण को साल 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है. कोविड-19 में हुई देरी की भरपाई के लिए 2 शिफ्टों में 18 से 20 घंटे कार्य चल रहा है.


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