Piran Kaliyar Sharif Urs: पिरान कलियर आए पाक जायरीनों को दिया गया गंगाजल-भगवद गीता, वतन लौटकर हिंदुओं को देंगे
Piran Kaliyar Dargah: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब सम्स ने कहा कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के लोगों का रिश्ता वहां की मंदिरों से जुड़े. साथ ही वहां पर सनातन संस्कृति को भी बढ़ावा मिल सके.

Uttarakhand News: उत्तराखंड के रुड़की (Roorkee) के पिरान कलियर (Piran Kaliyar) में साबिर पाक के 755वें उर्स में 107 पाकिस्तान (Pakistan) के जायरीनों का जत्था पहुंचा था. इस बीच रविवार को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड (Uttarakhand Waqf Board) के अध्यक्ष शाबाद शम्स (Shadab Shams) ने पाकिस्तानी जायरीनों को गंगाजल, भगवद गीता और रुद्राक्ष की माला भेंट की है. उन्होंने कहा कि हमारी ओर से दी गई भेंट पाकिस्तानी जायरीन सम्मान के साथ लेकर जाएंगे और वहां मंदिरों में पहुंचाएंगे, ऐसा वादा पाकिस्तानी जायरीनों ने किया है. साथ वो इसका वीडियो बनाकर भी भेजेंगे.
वहीं पाकिस्तानी जायरीनों ने भी इस भेंट को स्वीकार करते हुए कहा कि जो हमें मिला है, उसे स्मामन के साथ लेकर जाएंगे और हिंदू भाइयों को उसे सौपेंगे. सभी को भाईचारे का पैगाम देंगे. उन्होंने बताया कि साबिर पाक दरगाह में आकर उन्हें अच्छा लगा. इसके बाद पाकिस्तानी जायरीन अपने वतन को वापस लौट गए.
'हम देना चाहते हैं मोहब्बत का पैगाम'
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब सम्स का कहना है कि हम लोग वसुधैव कुटुम्बकम् परंपरा को मानने वाले लोग हैं. हमारे देश में सबको देशवासी समझा जाता है, हमारे यहां पर जो जायरीन पाकिस्तान से आए हैं, हम उन्हें भी मोहब्बत का पैगाम देना चाहते हैं. हमने गंगाजल और गीता उन्हें भेंट की है ताकि वह यहां से जब जाए तो अपने देश में बने तमाम मंदिरों में पहुंचाएं ताकि वहां के मंदिरों में भी मोहब्बत का पैगाम हिंदुस्तान से पहुंच सके.
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने आर क्या कहा?
शादाब सम्स ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के लोगों का रिश्ता वहां की मंदिरों से जुड़े और वहां पर सनातन संस्कृति को भी बढ़ावा मिल सके, इसलिए हमने यह पहल शुरू की है. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि हमने दरगाह पर आए 107 पाकिस्तानी जायरीनों को गीता और गंगाजल भेंट किया है.
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