Pithoragarh: चीन सीमा पर मजबूत होगा पुलिस वायरलेस नेटवर्क, 1.43 करोड़ की लागत से लगेगा रिपीटर टावर
Uttarakhand News: सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इन गांवों में वायरलेस नेटवर्क मजबूत होने के बाद पुलिस को आपदा या अन्य घटना, दुर्लभ वन्यजीव की तस्करी होने की जानकारी तुरंत मिल पाएगी.
Pithoragarh News: पिथौरागढ़ में चीन सीमा (China Border) पर पुलिस वायरलेस नेटवर्क (Police Wireless Network) को मजबूत करने की तैयारी शुरू हो गई है. धारचूला (Dharchula) की व्यांस घाटी के छियालेख, दारमा घाटी के बौंगलिंग, मुनस्यारी की जोहार घाटी के मर्तोली मे 1.43 करोड़ की लागत से रिपीटर टावर की स्थापना की जाएंगी. जिसके बाद धारचूला की व्यांस घाटी के गुंजी, बूंदी, गाला, पांगला, गब्र्याग में वायरलेस सेट स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा सामरिक दृष्टि से अहम दारमा घाटी के सीपू, मार्छा, बौंगलिंग और मुनस्यारी की जोहार घाटी के बुगडियार, बंगापानी, मदकोट में भी वायरलेस सेट स्थापित किए जाएंगे.
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इन गांवों मे वायरलेस नेटवर्क मजबूत होने के बाद पुलिस को आपदा या अन्य घटना, दुर्लभ वन्यजीव की तस्करी होने की जानकारी तुरंत मिल पाएगी. सीमांत के अधिकतर गांव अब भी सेटेलाइट फोन पर निर्भर है, यहां ग्राम प्रधान, राजस्व उपनिरीक्षक को सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन उनकी चार्जिंग की सुविधा नहीं होने और इस्तेमाल करने मे कठिनाई होने से सूचनाओं का आदान-प्रदान मुश्किल हो जाता है. नतीजतन बड़ी आपदा या घटना की सूचना जिला मुख्यालय तक पहुंचने मे दिक्कत होती है.
संचार व्यवस्था को किया जाएगा मजबूत
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बताया पिथौरागढ़ में मुख्य रुप से तीन वैली है, व्यांस वैली, दारमा वैली और मुनस्यारी वैली. इन तीन वैली में पुलिस व प्रशासन को आपदा के समय मुख्य चुनौती रहती है. वहां पर फंसे जितने भी पर्यटक हैं उन लोगों का रेस्क्यू करना, उनको रिलिफ सेंटर तक ले जाना ये सबसे बड़ी चुनौती रहती है. दूसरी चुनौती उनके साथ कम्यूनिकेशन सेट अप करना. हमारी कोशिश है कि इन तीनों वैली में संचार व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए. इसके लिए शासन को प्रेषित किया गया है. ताकि यहां रिपीटर उपलब्ध कराए जाएं. इसके लिए हमारे द्बारा 1.40 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है.