ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मंगलवार से कोरोना के मरीजों के लिए 'कॉनवेल्सेंट' प्लाज्मा थेरेपी शुरू हो गई. उत्तराखंड में यह थेरेपी पहली बार शुरू हुई है. एम्स ऋषिकेश के निदेशक रविकांत ने ये जानकारी दी. रविकांत ने कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके लोगों से अपील भी की कि वे इस बीमारी से जूझ रहे अन्य लोगों की प्राण रक्षा के लिए अपने प्लाज्मा का दान दें. एम्स में दो अगस्त को 'कॉनवेल्सेंट' प्लाज्मा का सफलतापूर्वक संरक्षण किया गया था.
गौरतलब है कि एम्स में 24 जुलाई को प्लाज्मा देने वाले लोगों के प्रथम समूह को इस प्रकिया के बारे में जानकारी दी गई थी और 27 जुलाई, 29 जुलाई और एक अगस्त को ठीक हुए तीन कोरोना मरीजों से तीन यूनिट प्लाज्मा प्राप्त किया गया था. इस प्लाज्मा का उपयोग कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज में किया जाएगा.
बता दें कि उत्तराखंड में भी कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 8008 तक पहुंच गई है. कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 3028 है. 4847 लोग इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट चुके हैं तो वहीं वायरस की चपेट में आकर अब तक 95 लोगों की मौत हो चुकी है.
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