PM Kisan Scheme 16th Installment: किसानों को अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त का इंतजार है. हर किसान को इस योजना के तहत दो हजार रुपए दिए जाते हैं. लेकिन कुछ किसान ऐसे ही जिन्हें बीच में पैसा मिलना बंद हो गया है. केंद्र सरकार का स्पष्ट रुख है कि अपात्र के खाते में किसी भी हाल में किस्त नहीं पहुंचेगी. ऐसे में किसानों किस्त पाने में केवल ई-केवाईसी और भूलेख अपडेशन अपडेट करना होगा. 


उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अभी तक किसानों ने अपना ई-केवाईसी और भूलेख अपडेशन अपडेट नहीं किया है. इस वजह से करीब 60 हजार किसानों के खातों में पैसा नहीं जा रहा है. नियमों के अनुसार किसानों के खाते में किस्त की धनराशि तभी पहुंच पाएगी, जब सारी औपचारिकताएं पूरी होंगी. कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सहकारिता और ग्रामीण बैंक के जो भी खाताधारक हैं उन्हें अभी तक एनपीसीआई का अप्रूवल नहीं मिल पाया है.


UP Politics: 'CM योगी और PM मोदी को रात में गुलदस्ता देते हैं अखिलेश यादव'- ओम प्रकाश राजभर का चौंकाने वाला दावा


आधार से NPCI लिंक करा लें
स्थानीय किसानों का कहना है कि जबतक एनपीसीआई का अप्रूवल नहीं मिल पाएगा, तबतक खाते में किस्त नहीं पहुंच पाएगी. दूसरी ओर केंद्र सरकार की कोशिश है कि हर हाल में पात्र किसान के खाते में ही सरकारी राहत पहुंचे. जिसको लेकर आधार कार्ड को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो किसानों का कहना है कि किस्त पानी है तो किसान जल्द से जल्द आधार से NPCI लिंक करा लें.


वहीं संसद के शीतकालीन सत्र में किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने से जुड़ा एक सवाल पूछा गया. इस सवाल पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अभी पीएम किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने का कोई भी प्रस्ताव नहीं है. बता दें कि पीएम किसान निधि की शुरुआत दिसंबर 2018 में हुई थी. इस योजना के तहत आने वाले हर किसान को सरकार 3 किस्तों में हर साल 6 हजार रुपए देती है.