मोदी की रैलियों ने लिखी जीत की इबारत, फिसड्डी साबित हुईं राहुल की जनसभाएं
नरेंद्र मोदी ने अपने तूफानी चुनाव प्रचार से लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत की तस्वीर बदलकर रख दी। यहीं नहीं जहां पर भी मोदी प्रचार के लिए गये उन्हें ज्यादातर सीटों पर जीत मिली।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुये 300 से से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार करते हुए देश के अलग अलग हिस्सों में सैकड़ों रैलियां की। पीएम मोदी ने 50 दिन में 142 रैलियां और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 67 दिन में 129 रैलियां कीं। मोदी ने सबसे ज्यादा 31 रैलियां उत्तरप्रदेश और 17 रैलियां पश्चिम बंगाल में कीं। राहुल ने मध्यप्रदेश में 18 और उत्तरप्रदेश में 17 रैलियों को संबोधित किया। मोदी ने रैलियों के जरिए जिन सीटों को कवर किया, उनमें से 107 सीटों पर भाजपा जबकि 7 सीटों पर एनडीए गठबंधन जीत गया। पिछली बार भाजपा ने इनमें से 92 सीटें जीती थीं। राहुल ने इस बार 129 रैलियों के जरिए जिन 120 सीटों को कवर किया, उनमें से कांग्रेस सिर्फ 15 सीट ही जीत सकी। पिछली बार कांग्रेस ने इन 120 में से से 22 सीटें जीती थीं।
मोदी के प्रचार से मिली पांच राज्यों में 53 सीट
मोदी ने मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में 75 रैलियां कीं। इन पांचों राज्यों में भाजपा ने 53 सीटें जीत लीं। जबकि, राहुल की रैलियां कोई प्रभाव नहीं छोड़ सकीं। एमपी,यूपी, राजस्थान, केरल और कर्नाटक में 64 रैलियां कीं और कांग्रेस मात्र 6 सीटें ही जीत सकी।
मोदी ने 27 और राहुल ने 26 राज्यों में रैलिया कीं 10 मार्च को आचार संहिता लागू होने के अगले ही दिन 11 मार्च से राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था। राहुल ने दिल्ली से प्रचार शुरू किया और आखिरी रैली हिमाचल प्रदेश के शिमला में की। राहुल ने 67 दिनों में 1,23,466 किमी का सफर तय किया और 26 राज्य कवर किए। मोदी ने 28 मार्च से मेरठ से प्रचार शुरू किया और आखिरी रैली 17 मई को मध्यप्रदेश के खरगोन में की। इस दौरान मोदी ने 27 राज्यों को कवर किया और 1,33,329 किमी का सफर तय किया। यूपी और बंगाल में जबरदस्त प्रचार मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान सबसे ज्यादा 31 रैलियां उत्तर प्रदेश में कीं। ऐसा इसलिए क्योंकि 2014 के चुनाव में भाजपा गठबंधन ने यहां की 80 में से 73 सीटें जीती थीं। खुद प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरे। उत्तर प्रदेश के बाद मोदी ने पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 17 रैलियां कीं। नतीजा ये रहा कि बंगाल में भाजपा का जबरदस्त प्रदर्शन रहा।