(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM Modi in Lucknow: लखनऊ में पीएम मोदी बोले, नौ लाख परिवारों को मिले आवास, अपने घरों में जलाएं दो दिये
PM Narendra Modi in Lucknow: पीएम मोदी ने आजादी के 75वीं साल के मौके पर आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ पहुंचे.
PM Narendra Modi in Lucknow: चुनावी वर्ष में पीएम मोदी ने आज उत्तर प्रदेश को 4,737 करोड़ की सौगात दी. आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर चल रहे अमृत महोत्सव के अंतर्गत पीएम ने राजधानी लखनऊ के इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में न्यू अर्बन इंडिया कॉन्फ्रेंस कम एक्सपो का उद्घाटन किया. 3 दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ के अवसर पर पीएम मोदी ने एक तरफ जहां केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो साथ ही विकास के मुद्दे पर विपक्षियों पर निशाना भी साधा.
अपने घर में मनाएं पर्व
पीएम ने अपना संबोधन मलीहाबादी दशहरी, अवध की कला से किया. पीएम ने कहा कि, जिनको आज अपने घर की चाबी मिली वो आने वाले तमाम पर्व अपने घर में मनाएंगे. पीएम आवास योजना में जो घर दिए जा रहे हैं, उसमे 80 फीसदी से अधिक घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का या ज्वाइंट ओनर. हमने तय किया कि, सरकार जो आवास देगी, उसका मालिकाना हक महिलाओं को देगी. उन्होंने कहा कि, आज लखनऊ के लिए इसलिए भी खास दिन है कि, अटल जी के नाम पर अंबेडकर विश्वविद्यालय में चेयर की स्थापना की. देश की कनेक्टिविटी, लोगों की कनेक्टिविटी के लिए अटल जी का काम देश के विकास की नींव. सालों पहले अटल जी ने हाइवे के माध्यम से देश के महानगरों को जोड़ने की बात कही तो, बहुत से लोगों को विश्वास नहीं होता था, लेकिन बाद में सबने बदलाव देखा.
पहले की सरकारों ने की अनदेखी
इसी तरह कुछ साल पहले जब मैंने पीएम आवास, ऑप्टिकल फाइबर समेत अन्य योजनाओं की बात की तब भी कई लोग कहते थे, ये कैसे हो पायेगा. आज पीएम आवास योजना में जितने घर बन चुके कई देशों की आबादी उससे कम है. कांग्रेस का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि, 2014 के पहले जो सरकार थी उसने देश में शहरी आवास योजना के तहत सिर्फ 13 लाख मकान स्वीकृत किये. इसमे भी सिर्फ 8 लाख ही बनाये. वहीं 2014 के बाद हमारी सरकार ने 1 करोड़ 13 लाख से अधिक मकानों की मंजूरी दी. इसमे से 50 लाख से अधिक घर बनाकर लोगों को सौंपा भी जा चुका है. हमने घरों के डिज़ाइन से लेकर निर्माण तक सब लाभार्थी पर छोड़ा. दिल्ली के AC कमरों में बैठकर तय नहीं किया.
पीएम ने कहा कि, 2014 के पहले इसके साइज तक की नीति नहीं थी. कहीं 15 स्क्वायर मीटर तो कहीं 17, इतने छोटे घर. हमने 2014 के बाद तय किया कि 22 स्क्वायर मीटर से छोटा कोई घर नहीं बनेगा. अब तक 1 लाख करोड़ गरीबों के बैंक खाते में ट्रांसफर किये गये. उन्होंने कहा कि, कई लोग पूछते मोदी ने किया क्या? तो वो जान लें कि, ऐसे 3 करोड़ गरीब परिवारों को इसी कार्यकाल में एक ही योजना से लखपति बनने का अवसर मिला. पीएम आवास योजना के तहत जो देश में 3 करोड़ घर बने वो अब लखपति हैं.
सपा सरकार पर साधा निशाना
प्रदेश में 2017 तक रही सपा सरकार पर भी पीएम ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, वो समय याद आता ज़ब तमाम प्रयासों के बावजूद यूपी घरों के निर्माण में आगे नहीं बढ़ रहा था. 2017 के पहले यूपी में जो सरकार थी वो गरीबों के लिए घर नहीं बनाना चाहती थी. हमे उनसे घर बनाने के लिए मिन्नतें करनी पड़ती थी. पीएम ने कहा कि, 2017 के पहले पिछली सरकार में यूपी में 18 हज़ार पीएम आवास की स्वीकृति दी गयी लेकिन जो सरकार थी उसने 18 घर भी बनाकर नहीं दिए. सीएम योगी के आने के बाद 9 लाख घर बनाकर दे चुके हैं, 14 लाख निर्माण के अलग अलग चरण में हैं.
घर में जलाए दो दिये
अयोध्या के दीपोत्सव को जोड़ते हुए पीएम ने कहा कि, इस बार अयोध्या में साढ़े सात लाख दिए जलाने की बात हो रही है. मैं कहता हूं कि, जिन 9 लाख को अब तक पीएम आवास मिले वो दो-दो दिए जलाए. अयोध्या में साढ़े सात लाख दिए जलेंगे तो इन घरों में 18 लाख. इससे भगवान राम को खुशी होगी. पीएम ने कहा कि, मॉडल टेनेंसी एक्ट राज्यों को भेजा. खुशी है कि यूपी ने तत्काल इसे लागू किया. इससे मकान मालिक और किरायेदार दोनों को राहत होगी. उन्होंने कहा कि, 2014 से पहले शहरों की साफ सफाई को लेकर नकारात्मक चर्चाएं सुनते थे. हमने स्वच्छ भारत मिशन चलाया जिसके सकारात्मक परिणाम आए. अब इसी मिशन के फेज 2 में शहरों में खड़े कूड़े के पहाड़ों को हटाने का काम शुरू किया. इसके अलावा नगर निकायों में 90 लाख एलईडी लगाई. इससे 1 हज़ार करोड़ बच रहे जिसे अन्य विकास कार्यों में लगा रहे हैं.
एलईडी से बचे पैसे
हमने एलईडी बांटे तो 24 हज़ार करोड़ बिजली बिल में मदद हुई. लखनवी तहजीब की बात कर पीएम ने तकनीक के महत्व पर चर्चा की. कहा कि, जब गुजरात के छोटे से इलाके में रहते थे और लखनऊ की बात होती तो 'पहले आप' की चर्चा होती. अब टेक्नोलॉजी को भी कहना पड़ेगा 'पहले आप'. आधुनिक CCTV कैमरों की मदद से अपराधी सौ बार सोचता है. हज़ारों टन कूड़े का निस्तारण हो रहा, सड़क निर्माण में लग रहा तो वो भी टेक्नोलॉजी से. आज 75 इलेक्ट्रिक बसों को झंडी दिखाई वो भी टेक्नोलॉजी. लाइट हाउस प्रोजेक्ट की दीवारों में प्लास्टर, पेंट की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, ये भी टेक्नोलॉजी. पीएम स्वनिधि योजना भी इसका उदाहरण. कई जगह साप्ताहिक बाजार लगते थे जिसमे रेहड़ी पटरी वाले आते, इनको बैंकों से जोड़ा जा रहा है. अब तक 25 लाख से अधिक को 2500 करोड़ से अधिक की मदद गयी है. इसमे यूपी में 7 लाख से अधिक. इस योजना में देश में पहले नंबर पर लखनऊ, दूसरे पर कानपुर. पहले मजाक बनाया जाता था, कहा जाता था कि, रेहड़ी पटरी वाले कैसे डिजिटल काम करेंगे. अब तक ये लोग 7 करोड़ ट्रांसक्शन कर रहे हैं. देश मे 750 किलोमीटर मेट्रो चल रही और 1050 किमी पर का चल रहा. यूपी के 6 शहरों में मेट्रो का विस्तार हो रहा. पीएम ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, 2017 के पहले यूपी में बिजली आती काम, जाती ज्यादा थी. आती भी थी तो जहां नेता चाहे, बिजली सियासत का टूल थी. आज सबको पूरी बिजली मिलती है. सड़क सिफारिश पर बनती थी वो भी चुनाव आने पर, लेकिन आज यूपी के किसी गांव की सड़क भी सिफारिश की मोहताज नहीं.
सीएम ने किया ODF का जिक्र
सीएम योगी ने कहा कि, 2017 के पहले प्रदेश में 654 नगर निकाय थे, जो आज 734 हुए. इनके माध्यम से सबको सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं. स्वच्छ भारत मिशन नारी गरिमा के साथ, सबको स्वस्थ रखने में मील का पत्थर साबित हुआ. नगरीय क्षेत्र में 652 नगर निकाय पहले ही ODF हो गए थे, जिसमें से 30 तो ODF प्लस हो चुके. प्रदेश में 42 लाख से अधिक परिवारों को आवास उपलब्ध कराया जिसमे 17 लाख से अधिक शहरी क्षेत्र में, अमृत योजना में 60 निकाय में 11 हज़ार 400 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं. स्मार्ट सिटी मिशन में सभी 17 नगर निगमों में तेजी से काम चल रहा है. सीएम ने कहा कि, 7 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना में बैंक से ऋण दिला चुके हैं. जल्द बचे हुए डेढ़ लाख और वेंडर्स को दिलवाएंगे. कानपुर में नवंबर अंत तक मेट्रो संचालन शुरू हो जाएगा. आगरा में भी मेट्रो का काम तेजी से चल रहा. दिल्ली, गाज़ियाबाद, मेरठ में रैपिड रेल पर तेजी से काम चल रहा. सीएम ने कहा कि, इस एक्सपो कॉन्क्लेव से सभी राज्य एक दूसरे से कुछ जानेंगे. कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी, केंद्रीय भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडे, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री कौशल किशोर, दोनों डिप्टी सीएम, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन समेत प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री व अन्य राज्यों के नगर विकास मंत्री भी रहे.
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