PM Narendra Modi Gorakhpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने कहा कि 5 साल पहले मैं यहां एम्स और खाद कारखाने का शिलान्यास करने आया था. आज इन दोनों का एक साथ लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आपने मुझे ही दिया है. ICMR के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर को भी आज अपनी नई बिल्डिंग मिली है. मैं यूपी के लोगों को बधाई देता हूं.


मोदी ने कहा कि गोरखपुर खाद कारखाने की बहुत बड़ी भूमिका देश को यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में भी होगी. देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे 5 फर्टिलाजर प्लांट शुरु होने के बाद 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया देश को मिलेगा. यानि भारत को हजारों करोड़ रुपये विदेश नहीं भेजने होंगे, भारत का पैसा भारत में ही लगेगा. उन्होंने कहा कि ये कारखाना राज्य के अनेक किसानों को पर्याप्त यूरिया तो देगाा ही, इससे पूर्वांचल में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे.


पीएम मोदी ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है, तो डबल तेजी से काम भी होता है. जब नेक नीयत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पातीं. जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है, तो वो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है. उन्होंने कहा कि जब 2014 में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया था, तब उस समय देश में फर्टिलाजर सेक्टर बहुत बुरी स्थिति में था. देश के कई खाद कारखानों वर्षों से बंद पड़े थे. विदेशों से आयात लगातार बढ़ता जा रहा था. एक बड़ी दिक्कत ये भी थी कि जो खाद उपलब्ध थी, उसका इस्तेमाल चोरी-छिपे और भी कामों में गुपचुप हो जाता था. इसलिए देशभर में यूरिया की किल्लत तब सुर्खियों में रहती थी.


हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका- मोदी


प्रधानमंत्री ने दावा किया कि हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका, यूरिया की 100% नीम कोटिंग की. हमने करोड़ों किसानों को soil health card दिए ताकि उन्हें पता चल सके उनके खेत को किस तरह की खाद की जरूरत है. हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया. बंद पड़े फर्टिलाइजर प्लांट्स को फिर से खोलने पर ताकत लगाई.


मोदी ने कहा कि फर्टिलाइजर प्लांट के शिलान्यास के समय मैंने कहा था कि इस कारखाने के कारण, गोरखपुर इस पूरे क्षेत्र में विकास की धुरी बनकर उभरेगा. आज मैं इसे सच होते देख रहा हूं. ये कारखाना राज्य के अनेक किसानों को पर्याप्त यूरिया तो देगा ही, इससे पूर्वांचल में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे.