PM Narendra Modi Prayagraj Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में 1000 करोड़ रुपये की राशि स्वयं सहायता समूहों के बैंक खाते में ट्रांसफर की और 202 टेक होम राशन प्लांट का भी शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने कन्या सुमंगल योजना के तहत भी एक लाख से अधिक लाभार्थियों को 20 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि ट्रांसफर की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागराज हजारों सालों से हमारी मातृशक्ति की प्रतीक मां गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम की धरती रही है. आज ये तीर्थ नगरी नारी-शक्ति के इतने अद्भुत संगम की भी साक्षी बन रही है. यूपी में विकास और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए जो काम हुआ है, वो पूरा देश देख रहा है.


मोदी ने कहा कि बिना किसी भेदभाव, बिना किसी पक्षपात, डबल इंजन की सरकार, बेटियों के भविष्य को सशक्त करने के लिए निरंतर काम कर रही है. अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने एक और फैसला किया है. पहले बेटों के लिए शादी की उम्र कानूनन 21 साल थी, लेकिन बेटियों के लिए ये उम्र 18 साल ही थी. बेटियां भी चाहती थीं कि उन्हें उनकी पढ़ाई लिखाई के लिए, आगे बढ़ने के लिए समय मिले, बराबर अवसर मिलें. इसलिए, बेटियों के लिए शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास किया जा रहा है. देश ये फैसला बेटियों के लिए कर रहा है, लेकिन किसको इससे तकलीफ हो रही है, ये सब देख रहे हैं.


विकास की धारा अब किसी के रोकने से रूकने वाली नहीं- मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास की धारा अब किसी के रोकने से रूकने वाली नहीं है. उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने ठान लिया है कि अब वो पहले की सरकारों वाला दौर, वापस नहीं आने देंगी. डबल इंजन की सरकार ने यूपी की महिलाओं को जो सुरक्षा, सम्मान दिया है, वो अभूतपूर्व है. उन्होंने कहा कि बेटियां कोख में ही ना मारी जाएं, वो जन्म लें, इसके लिए हमने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के माध्यम से समाज की चेतना को जगाने का प्रयास किया. आज परिणाम ये है कि देश के अनेक राज्यों में बेटियों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है.


 







प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, अस्पतालों में डिलिवरी और गर्भावस्था के दौरान पोषण पर विशेष ध्यान दिया. प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत गर्भावस्था के दौरान 5 हज़ार रुपए महिलाओं के बैंक खाते में जमा किए जाते हैं ताकि वो उचित खान-पान का ध्यान रख सकें. उन्होंने कहा कि मैं महिला स्वयं सहायता समूह की बहनों को आत्मनिर्भर भारत की चैंपियन मानता हूं, स्वयं सहायता समूह असल में राष्ट्र सहायता समूह है. राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 2014 से पहले के 5 साल में जितनी मदद दी गई, बीते 7 साल में उसमें लगभग 13 गुना बढ़ोतरी की गई है.


यह भी पढ़ें-


बैंकों के निजीकरण पर वरुण गांधी ने उठाए सवाल, कहा- आदमी के बेटे को नौकरी कौन देगा?


UP Election 2022: अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच फिर फंसा पेंच? जानें- क्या है बड़ी वजह