लखनऊ, एबीपी गंगा। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार की ओर से उद्योग जगत को टैक्स में रियायत के फैसले की तारीफ की है। योगी ने कहा कि पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है। इससे उबरने के लिए वित्त मंत्रालय ने कर कटौती का साहसिक और ऐतिहासिक फैसला लिया। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई ताकत मिलेगी। आर्थिक सुस्ती झेल रहे उद्योगों को बड़ी राहत मिली है। अब उन्हें न सिर्फ निवेश के नये अवसर मिलेंगे, बल्कि जिन निवेशकों ने यहां पूंजी लगायी है, उनको भी इसका लाभ मिलेगा।
योगी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दर को कम कर भारत को दुनिया में सबसे आकर्षक निवेश स्थल के रूप में पेश किया है और इसका सबसे ज्यादा लाभ देश और उत्तर प्रदेश को होने जा रहा है। मंदी के इस दौर में जहां बाकी तमाम देशों की विकास दर दो या तीन प्रतिशत है, वहीं भारत पांच प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है। कर दर में कमी होने से यह तेजी से आगे बढ़ेगी। भारतीय कम्पनियां कर दर अधिक होने की वजह से प्रतिस्पर्द्धा में पिछड़ जाती थीं, लेकिन वित्त मंत्रालय के फैसले से दक्षिण एशिया में भारत की कर दर सबसे कम करने और देश की कम्पनियों को प्रतिस्पर्द्धा में लाने में मदद मिलेगी।
'नई कर दरों से यूपी को भी मिलेगा लाभ'
सीएम योगी ने उम्मीद जताई कि नई कर दरों से उत्तर प्रदेश को भी इसका फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कर दर में कमी के बावजूद प्रदेश के राजस्व पर इसका कोई भी प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा, बल्कि राज्य की जीडीपी में बढ़ोतरी के कारण सकल राजस्व बढ़ेगा। इससे देश और यूपी में सबसे ज्यादा लाभ ऑटोमोबाइल क्षेत्र को मिलेगा। विनिर्माण और इंजीनियरिंग में भी इसका काफी लाभ प्रदेश को मिलेगा।
'यूपी पूरा करेगा 100 अरब डॉलर के योगदान का संकल्प'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री के 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में यूपी 1000 अरब डॉलर के योगदान का अपना संकल्प पूरा कर सकता है।