SC/ST Reservation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसदों से मुलाकात की. जानकारों का दावा है कि इस मुलाकात में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का मुद्दा उठा. अब इस पर समाजवादी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी. उत्तर प्रदेश स्थित फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा- SC, ST आरक्षण में क्रीमी लेयर नहीं. उन्होंने कहाकि संविधान में क्रीमी लेयर का प्रावधान नहीं. लेकिन मोदी जी की बातों का क्या भरोसा!
इसी मामले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि PM का भरोसा SC, ST आरक्षण में क्रीमी लेयर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि पीएम का आभार है. SC, ST आरक्षण में क्रीमी लेयर नहीं होना चाहिए. निजी तौर पर कोटे में कोटा का समर्थन करता हूं.
पीएम ने मुलाकात के बाद क्या कहा?
बीजेपी सांसदों से मुलाकात के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा- आज अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता और संकल्प दोहराया.
सूत्रों का दावा है कि इस मुलाकात में पीएम ने सांसदों से कहा कि सरकार SC/ST आरक्षण में क्रिमी लेयर लागू करने का कोई भी विचार नहीं कर रही है. SC-ST के विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जिन सांसदों ने मुलाकात की वह एस-एसटी वर्ग से आते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था?
बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन और सरकारी नौकरियों में कम प्रतिनिधित्व के आधार पर अनुसूचित जातियों (एससी) के भीतर जातियों को उप-वर्गीकृत करने की अनुमति दी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 15 फीसदी एससी कोटे का बड़ा हिस्सा पिछड़ों को मिले.
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, ताकि उन जातियों को आरक्षण दिया जा सके जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं.