PM Modi Security Breach: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर बीजेपी और कांग्रेस की ओर से लगातार बयानबाजी जारी है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि इस मामले में दोनों ही पक्षों की कहीं ना कहीं गलती है, जिसकी जांच होनी चाहिए. लेकिन प्रधानमंत्री को भी बड़ा दिल दिखाना चाहिए.


हरीश रावत ने कहा है कि उन्होंने जिस तरह से इस मामले को रखा है, वह एक राज्य की छवि खराब करने वाला है. बीजेपी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले को सहानुभूति के तौर पर दिखाना चाह रही है जबकि ऐसा कहीं भी नहीं था. खुद पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह साफ किया है कि प्रधानमंत्री की जान को कोई खतरा नहीं था. मामले की जांच के बाद सबकुछ साफ हो जाएगा. केवल अब इस मामले में राजनीति की जा रही है. हरीश रावत ने यह भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधे घंटे रुक जाते तो कौन सा बम फूट जाता.


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया पलटवार


हरिश रावत के बयान पर अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता से इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं करता हूं. कांग्रेस पार्टी किस दिशा में जा रही है कि ये लोग बम ब्लास्ट जैसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं.


जानिए 5 जनवरी को क्या हुआ था?


बता दें कि 5 जनवरी को प्रधानमंत्री एक चुनावी रैली करने पंजाब दौरे पर थे, कुछ कारणों के चलते उन्हें सड़क से यात्रा करनी पड़ी, लेकिन तभी हाईवे पर उनके काफिले को रोकने के लिए कुछ किसान प्रदर्शन करने उतर आए. प्रदर्शनकारी किसानों के चलते पीएम के काफिले को एक फ्लाईओवर पर ही करीब 20 मिनट तक रुकना पड़ा. जिसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक बताया गया. इसके बाद पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पहुंचकर वहां के कर्मचारियों को कहा कि अपने सीएम को शुक्रिया कहना कि मैं यहां तक जिंदा लौट पाया हूं.


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