Ayodhya Ram Mandir: श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन आज सर्किट हाउस में भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा के साथ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी तथा कार्रदायी संस्था के अधिकारियों ने चर्चा की. बैठक में तकनीकी और भविष्य को लेकर के चर्चा हुई साथ ही ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह मंशा है कि रामलला के जन्म के समय दोपहर 12:00 बजे सूर्य की किरण भगवान राम लला के मुख पर पड़े इसके लिए उन्होंने अंतरिक्ष के वैज्ञानिकों से चर्चा की है. जिस पर अंतरिक्ष के वैज्ञानिकों ने आश्वासन दिया है कि वह इसमें सफल होंगे और 1 से 5 मिनट तक भगवान राम लला के जन्म के समय दोपहर 12:00 बजे भगवान के मुख पर पड़े, इसके लिए अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रयासरत है साथ ही मोहन भागवत के अयोध्या आगमन को लेकर चंपत राय ने कहा कि, मोहन भागवत राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में भाग ले सकते हैं और मंदिर निर्माण की प्रगति को भी देख सकते हैं. वहीं, आरएसएस के कार्यक्रम से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, उनका निजी कार्यक्रम है उससे उनका कोई लेना-देना नहीं.
निर्माण की चुनौतियों पर चर्चा
दरअसल, सर्किट हाउस में आज भवन निर्माण समिति की एक अहम बैठक चल रही थी, जिसमें मंदिर निर्माण की प्रगति और निर्माण में आ रही चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई इससे पहले राम जन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्य का भवन निर्माण समिति के चेयरमैन निपेंद्र मिश्रा ने निरीक्षण किया है.
श्री राम तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि आज बैठक के प्रथम दिन मंदिर निर्माण की तकनीकी और भविष्य को लेकर के चर्चा हुई है. यह तीन दिवसीय बैठक है. यह बैठक कल भी आयोजित की जाएगी. साथ ही ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि एक दिन रात्रि में एक बार पुनः मीडिया को बुलाकर के चल रहे राफ्टिंग के कार्य को दिखाया जाएगा और यह रात में ही संभव हो सकेगा क्योंकि अब आगे जितना भी काम होगा उसके लिए 22 से 23 डिग्री तापमान की आवश्यकता है. जो रात में ही संभव है. आजकल रात्रि का तापमान अभी भी 25 डिग्री तक चल रहा है जिसके कारण बर्फ के पानी का इस्तेमाल ज्यादा करना पड़ रहा है बैठक में इस बात की चर्चा हुई कि 23 डिग्री तापमान आने का इंतजार करना चाहिए.
रामलला के चेहरे पर पड़े सूर्य की किरणें
वहीं, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने यह भी बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के सामने यह चर्चा की है कि ऐसा प्रयास कीजिए कि रामनवमी के दिन दोपहर 12:00 बजे रामलला के जन्म के वक्त सूर्य की किरणें रामलला के चेहरे पर कुछ क्षण के लिए ही पड़े और इस दृश्य को अयोध्या के सैकड़ों स्थानों पर आम जनमानस के लिए प्रदर्शित किया जाए. जिस पर अंतरिक्ष वैज्ञानिक काम कर भी रहे हैं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का यह दावा है कि वैज्ञानिकों को इस पर भरोसा है कि वह सफल होंगे.
संघ प्रमुख का अयोध्या दौरा
संघ प्रमुख मोहन भागवत के अयोध्या आगमन को लेकर उन्होंने कहा कि वह संघ का कार्यक्रम है और इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि, मंदिर समिति की बैठक में वह भाग ले सकते हैं और मंदिर निर्माण की प्रगति को देख भी सकते हैं. मंदिर निर्माण पर बोलते हुए कहा कि, मंदिर निर्माण की तैयारियां बहुत ही अच्छे तरीके से चल रही हैं और समय बद्ध तरीके से कार्य पूर्ण हो रहा है.
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