PM Modi Swearing-In Ceremony: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. इस बार के मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश के खाते से 9 मंत्रियों ने शपथ ली, इस लिहाज से केंद्र सरकार में यूपी का कद घटता हुआ दिखाई दे रहा है. मोदी सरकार 2.0 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत उत्तर प्रदेश से 15 मंत्री थे. हालांकि अब मोदी 3.0 में यूपी से 9 मंत्रियों ने शपथ ली, क्योंकि पिछले सरकार के 6 मंत्री चुनाव हार चुके हैं. जिसमें स्मृति ईरानी, कौशल किशोर, भानु प्रताप वेम्रा, संजीव बालियान, साध्वी निरंजन ज्योति और अजय मिश्रा टेनी शामिल हैं.
पीएम मोदी के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी नेताओं ने भी शपथ ली. यूपी से इस बार नौ मंत्रियों ने शपथ ली, मोदी 3.0 में यूपी से इस बार राजनाथ सिंह , जितिन प्रसाद, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, बीएल वर्मा, कीर्ति वर्धन सिंह, एसपी सिंह बघेल और कमलेश पासवान ने मंत्री पद की शपथ ली. इन 9 मंत्रियों में 2 मंत्री ठाकुर समाज से (राजनाथ सिंह और कीर्तिवर्धन सिंह), 1 ब्राह्मण समाज से (जितिन प्रसाद), 2 कुर्मी समाज से (पंकज चौधरी और अनुप्रिया पटेल), 1 जाट समाज से (जयंत चौधरी), 1 लोधी समाज से (बीएल वर्मा ) 2 दलित समाज से (एसपी सिंह बघेल और कमलेश पासवान ) लोगों को जगह मिली है.
जानें कौन है मोदी 3.0 के यूपी के 9 मंत्री
राजनाथ सिंह भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार हैं. मोदी सरकार में पहले कार्यकाल में गृह मंत्री दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री रह चुके हैं. तीसरे कार्यकाल में भी उनको बड़ा पोर्टफोलियो मिलने की संभावना है. राजनाथ सिंह लखनऊ से लोकसभा का चुनाव जीत करके गए हैं, हालांकि उनके चुनाव में जीत के अंतर का नारा 5 लाख पार का नारा दिया गया था जीत के अंतर का लेकिन तकरीबन डेढ़ लाख के करीब से ही राजनाथ सिंह की जीत हो पाई है. राजनाथ सिंह बीजेपी के पुराने नेताओं में से एक हैं, राजनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी से अपने निकटतम प्रतिबंध रविदास मल्होत्रा को 135159 वोटो से हराया था.
जितिन प्रसाद 2022 विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हुए थे उसके बाद भाजपा से एमएलसी बनाए गए और मौजूदा योगी आदित्यनाथ की सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे. इस बार जितिन प्रसाद ने पीलीभीत से चुनाव लड़ा और जीते, जितिन प्रसाद पूर्व में कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं, 2009 में मनमोहन सिंह की सरकार में भी मंत्री रहे. इस बार फिर से मोदी की सरकार में उनको मंत्री बनाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण नेताओं में उनकी गिनती होती है. जितेंद्र प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भगवत शरण गंगवार को 164935 वोटों से हराया है.
पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं में शुमार है, साल 2023 में प्रधानमंत्री मोदी उनके घर तक जा चुके हैं. पंकज चौधरी महाराजगंज से चुनाव जीत करके आए हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पंकज चौधरी वित्त राज्य मंत्री थे. पंकज चौधरी पूर्वांचल के बड़े नेताओं में शुमार है. पंकज चौधरी ने वीरेंद्र चौधरी को 35451 वोटों से हराया था. वीरेंद्र चौधरी कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे थे.
अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में मंत्री रह चुकी हैं और तीसरे कार्यकाल में एक बार फिर से मंत्री बनने जा रही हैं. एनडीए के सहयोगी दलों में अपना दल (एस) भी एक दल है. अनुप्रिया पटेल की पार्टी 2014 और 2019 में दोनों सीटे जीती थी पर इस बार के चुनाव में उनकी पार्टी रॉबर्ट्सगंज की सीट हार गई और मात्र एक सीट पर ही उनको विजय मिली है. अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल योगी आदित्यनाथ की सरकार में मंत्री हैं. अनुप्रिया पटेल ने समाजवादी पार्टी के अपने निकटतम प्रतिबंध रमेश चंद्र बिंद को 37,810 वोटों से हराया है.
जयंत चौधरी ने 2024 चुनाव के ठीक पहले एनडीए का हाथ थामा था. जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल एनडीए की सहयोगी दल है. इस बार रालोद ने उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर चुनाव लड़ा और जीते. जयंत चौधरी सपा के समर्थन से राज्यसभा के सदस्य बने थे.
बीएल वर्मा की गिनती उत्तर प्रदेश में बड़े कुर्मी नेताओं में होती है. मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में बीएल वर्मा मंत्री रहे. वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबियों में से एक माने जाते हैं और उत्तर प्रदेश के कुर्मी वोट बैंक पर उनकी बड़ी पकड़ भी मानी जाती है, बी एल वर्मा राज्यसभा के सदस्य हैं.
कीर्तिवर्धन सिंह लगातार तीसरी बार गोंडा से सांसद बने हैं, वह मनकापुर राजघराने से आते है. उनके पिता कुंवर आनंद सिंह बड़े कांग्रेसी थे और सांसद भी रहे. उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र से कीर्तिवर्धन सिंह आते हैं. उन्होंने इस बार बेनी प्रसाद वर्मा की पौत्री श्रेया वर्मा को तकरीबन 47000 मतों से हराया है. ठाकुरों की नाराजगी की खबरों के बीच कीतिवर्धन सिंह को मंत्री बनाया गया है.
एसपी सिंह बघेल इस बार भाजपा से दूसरी बार सांसद बने हैं. पहले वह नेताजी मुलायम सिंह यादव के करीबी थे सपा से सदन में गए, फिर बाद में वह भाजपा के साथ आ गए. साल 2014 में उन्होंने फिरोजाबाद से चुनाव लड़े और हार गए थे. साल 2017 में उन्होंने टूंडला से चुनाव लड़ा जीते और योगी सरकार में मंत्री बने, फिर 2019 में आगरा से चुनाव लड़े और जीते. मोदी सरकार में कुछ दिनों पहले मोदी मंत्रीमंडल में शामिल हुए और अब 2024 के चुनाव में आगरा से फिर चुनाव जीते और अब मोदी सरकार में मंत्री बन रहे हैं. एसपी सिंह बघेल ने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े सुरेश चंद्र कर्दम को दो 2,71,294 वोटों से हराया है.
कमलेश पासवान पहले समाजवादी पार्टी के सिंबल से विधानसभा गए थे फिर बाद में वो भाजपा में आ गए. साल 2009 से लगातार कमलेश पासवान भाजपा के सिंबल पर चुनाव जीत रहे हैं. वो 2009, 2014, 2019 और 2024 में भाजपा के सिंबल पर बांसगांव लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे है. इस बार उन्होंने बेहद कम मार्जिन से चुनाव जीता है. उन्होंने कांग्रेस के सदल प्रसाद को 3150 वोटों से चुनाव हराया है.
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