(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gorakhpur News: 7 दिसंबर को गोरखपुर के लोगों को पीएम मोदी देंगे बड़ा तोहफा, एम्स, खाद कारखाना और मेडिकल रिसर्च सेंटर का करेंगे लोकार्पण
पीएम मोदी 7 दिसंबर को गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स, बीआरडी मेडिकल कालेज में आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) का भी लोकार्पण करेंगे. एम्स को तैयार करने में 14 सौ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.
Gorakhpur AIIMS and fertilizer factory News: पूर्वांचल के किसानों और गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को संजीवनी मिलने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 दिसंबर को गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स का लोकार्पण कर पूर्वांचल की तकदीर बदलने जा रहे हैं. गैस आधारित खाद कारखाना में दुनिया की सर्वोत्तम नीम कोटेड खाद बनेगी. इसे तैयार करने में 8 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है.
वहीं एम्स को तैयार करने में 14 सौ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी बीआरडी मेडिकल कालेज में आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) का भी लोकार्पण करेंगे. यहां पर जीन मैपिंग, जीवाणुओं पर शोध, वैक्सीन की क्षमता का परीक्षण होगा. इसके लिए 9 लैब तैयार कर लिए गए हैं.
लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियां हुई तेज
गोरखपुर के हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों को तेज गति से पूरा किया जा रहा है. दुनिया का सबसे ऊंचा प्रीलिंग टॉवर होने की वजह से देश के सबसे बड़े गैस आधारित प्लांट में विश्व की सबसे हाई क्वालिटी की यूरिया तैयार होगी. इतनी ऊंचाई से गिरने की वजह से नीम कोटेड इस यूरिया की जो क्वालिटी होगी, वो दुनिया में किसी भी कारखाना में तैयार किए गए यूरिया से बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 दिसंबर को इसका लोकार्पण करेंगे. 22 जुलाई को पीएम नरेन्द्र मोदी ने खाद कारखाना और एम्स का शिलान्यास एक साथ किया था.
अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि नीम कोटेड यूरिया को वे किसानों को आसानी से सुलभ कराएंगे. उन्होंने बताया कि बाजार में आमतौर पर यूरिया की कालाबाजारी खूब होती है. एमआरपी से अधिक मूल्य पर यूरिया को बेचा जाता है. लेकिन, वे सरकार द्वारा तय किए गए दाम पर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराएंगे.
हर दिन 3850 मीट्रिक टन यूरिया का होगा उत्पादन
उन्होंने बताया कि खाद 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन करेगा. वहीं प्रतिदिन 3850 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन होगा. खाद कारखाना में 360 कर्मियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. अभी वर्तमान में 160 भर्तियां हो चुकी हैं. इनमें कुछ गोरखपुर और पूर्वांचल की इंजीनियरिंग करने वाली फ्रेशर लड़कियां भी हैं. उन्होंने बताया कि युवा इंजीनियर लड़कियों के लिए एक अलग अनुभव होगा. इन्हें दिन के साथ रात की शिफ्ट में भी काम करने का मौका मिलेगा.
अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि ये भी उनके लिए गर्व की बात है कि विश्व में ये पहली बार है कि देश में तीन गैस आधारित प्लांट लगाने का गौरव उन्हें एक साथ मिला है. गोरखपुर का प्लांट तैयार हो चुका है. दो अन्य प्लांट का भी अप्रैल तक पीएम के द्वारा लोकार्पण हो जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि पीएम खाद कारखाना के साथ एम्स का भी लोकार्पण करेंगे. 14 सौ करोड़ की लागत से एम्स को तैयार किया गया है.
1989 में खाद कारखाना को कर दिया गया था बंद
गोरखपुर में साल 1964 में खाद कारखाना का लोकार्पण हुआ था. इसके बाद 1989 में हुई एक दुर्घटना में कर्मचारी की मौत के बाद से प्लांट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. साल 1998 में पहली बार सांसद बनने के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार खाद कारखाना को शुरू करने की मांग उठाते रहे. आखिरकार वो दिन भी आया, जब 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसी प्रांगण में खाद कारखाना और एम्स का शिलान्यास एक साथ किया था. अब वो दिन भी आ गया जब किसानों को संजीवनी देने के लिए खाद कारखाना और बीमारों के इलाज के लिए एम्स के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 दिसंबर को गोरखपुर आ रहे हैं.
ये प्राकृतिक गैस आधारित प्लांट है. ये पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल होगा. हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके साझीदार कोल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी, आईओसी, हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन भी हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खाद कारखाना और एम्स के साथ बीआरडी मेडिकल कालेज में बनकर तैयार हुए आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) का लोकार्पण भी करेंगे. इस सेंटर में जीन मैपिंग, जीवाणुओं पर शोध, वैक्सीन की क्षमता का परीक्षण हो सकेगा.
गोरखपुर खाद कारखाना एक नजर में...
शिलान्यास- 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों
संचालनकर्ता- हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड
कार्यदायी संस्था- टोयो जापान
कुल बजट- करीब 8000 करोड़ रुपये
यूरिया प्रकार- नीम कोटेड
प्रीलिंग टावर- 149.5 मीटर ऊंचा
रबर डैम का बजट- 30 करोड़
रोजगार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष- 10 हजार
रोजाना यूरिया उत्पादन- 3850 मीट्रिक टन
रोजाना लिक्विड अमोनिया उत्पादन -2200 मीट्रिक टन
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