Mathura News: मीराबाई जन्मोत्सव में शामिल हुए पीएम मोदी, डाक टिकट और 525 रुपये का सिक्का किया जारी
PM Modi Mathura Visit: मथुरा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "भगवान कृष्ण लेकर मीरा बाई तक का गुजरात से एक अलग रिश्ता रहा है. यह मथुरा के कान्हा गुजरात जाकर ही द्वारकाधीश बने थे.
UP News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मथुरा पहुंचकर श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना की और पीएम मोदी ने संत मीराबाई की 525वीं जयंती पर मीराबाई के नाम से एक डाक टिकट और एक 525 रुपये का सिक्का भी जारी किया. मथुरा पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है की मुझे ब्रज के दर्शन करने का अवसर मिला है. ब्रज में वही आता है जिसको कृष्ण बुलाते हैं. ब्रज की रज-रज में राधा और कण-कण में श्री कृष्ण समाए हुए हैं.
संत मीराबाई की 525वीं जयंती पर पीएम मोदी ने कहा "भगवान कृष्ण लेकर मीरा बाई तक का गुजरात से एक अलग रिश्ता रहा है. यह मथुरा के कान्हा गुजरात जाकर ही द्वारकाधीश बने थे. मीरा की भक्ति बिना वृंदावन के पूरी नहीं होती है. विश्व के सभी तीर्थ यात्राओं से जो लाभ होता है, उससे भी ज्यादा लाभ अकेले मथुरा और ब्रज के दर्शन से मिल जाता है."
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मथुरा में संत मीरा बाई के सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट और एक स्मारक सिक्का जारी किया। pic.twitter.com/Hd2pP6eUjX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 23, 2023
पीएम मोदी ने कहा "मीराबाई का 525वां जन्मोत्सव केवल एक संत का जन्मोत्सव नहीं है, ये भारत की एक सम्पूर्ण संस्कृति का उत्सव है. हमारा भारत हमेशा से नारीशक्ति का पूजन करने वाला देश रहा है. मीराबाई जैसी संत ने दिखाया कि नारी का आत्मबल, पूरे संसार को दिशा देने का सामर्थ्य रखता है." इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि संत मीराबाई ने उस कालखंड में समाज को वो राह भी दिखाई जिसकी उस समय सबसे ज्यादा जरूरत थी. भारत के ऐसे मुश्किल समय में मीराबाई जैसी संत ने दिखाया कि नारी का आत्मबल पूरे संसार को दिशा देने का सामर्थ्य रखता है.
पीएम मोदी ने कहा कि ब्रज क्षेत्र ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी देश को संभाले रखा, लेकिन जब देश आजाद हुआ तो जो महत्व इस पवित्र तीर्थ को मिलना चाहिए था वो हुआ नहीं. जो लोग भारत को उसके अतीत से काटना चाहते थे, जो लोग भारत की संस्कृति से उसकी आध्यात्मिक पहचान से विरक्त थे, जो आजादी के बाद भी गुलामी की मानसिकता नहीं त्याग पाए उन्होंने ब्रज भूमि को भी विकास से वंचित रखा.