देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महत्कांक्षी परियोजना 'नमामि गंगे' के तहत उत्तराखंड में हरिद्वार, ऋषिकेश और बदरीनाथ में सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) का डिजिटल लोकार्पण किया. इसके अलावा उन्होंने हरिद्वार के चंडीघाट में निर्मित 'गंगा अवलोकन' संग्रहालय का भी डिजिटल लोकार्पण किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मां गंगा की निर्मलता सुनिश्चित करने वाली 6 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है जिनमें एसटीपी और म्यूजियम जैसी परियोजनाएं शामिल हैं.
कृषि कानूनों को लेकर बोले पीएम
प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों का विरोध करने वालों को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा'' जो लोग कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे हैं वे नहीं चाहते कि किसानों को खुले बाजार में अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता मिले. कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग किसानों के खिलाफ हैं, वे चाहते हैं कि बिचौलिये पनपें.''
किसानों में भ्रम फैला रहे हैं
विपक्षी दलों का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा, ''एमएसपी लागू करने का काम स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार हमारी सरकार ने किया. वे एमएसपी पर ही किसानों में भ्रम फैला रहे हैं. देश में एमएसपी भी रहेगी और किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी.'' पीएम ने कहा कि ये आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि इनकी काली कमाई का एक और जरिया समाप्त हो गया है और इसलिए इन्हें परेशानी है.
किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया
कृषि कानूनों पर केवल विरोध के लिए विरोध करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इनके माध्यम से देश के किसानों को अनेक बंधनों से मुक्त किया गया है और अब देश का किसान कहीं पर भी किसी को भी अपनी उपज बेच सकता है.
बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें
पीएम मोदी ने कहा, ''आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो भी वे विरोध पर उतर आए हैं. ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच सके. ये चाहते हैं कि किसानों की गाड़ियां जब्त होती रहें, उनसे वसूली होती रहे, उनसे कम कीमत पर अनाज खरीदकर बिचौलिए मुनाफा कमाते रहें.''
यह भी पढ़ें: