एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला के रावण दहन कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि भारत उत्सवों की भूमि है। यहां शायद की कोई दिन जाता हो जब भारत के किसी कोने में उत्सव न मनाया जा रहा हो। बता दें कि द्वारका के सेक्टर-10 में हुई रामलीला के कार्यक्रम में पीएम मोदी पहुंचे थे। पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद रहे। यहां उन्होंने मन की बात कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा एक बार फिर बेटियों के सम्मान की बात को दोहराया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत 'जय श्री राम' के नारे से की। इसके बाद उन्होंने कहा कि भारत उत्सवों का देश है। यहां के उत्सव देशवासियों को जोड़ते भी हैं और उनकी विचारधारा को मोड़ते भी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हजारों साल की सांस्कृतिक परंपरा में उत्सवों ने भी समय के साथ रूप बदला है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज एक ऐसा समाज है, जो कि निरंतर अपने अंदर बदलाव लाता रहता है। पीएम ने कहा कि हमारे यहां रोबोट पैदा नहीं होते बल्कि जीते-जागते इंसान जन्म लेते हैं।


पीएम मोदी ने एक बार फिर सिंगल यूज प्लास्टिक और मन की बात के दौरान कही बेटियों के सम्मान का संकल्प लेने की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमारे यहां बेटियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इस दीवाली जिन बेटियों ने जीवन में कुछ हासिल किया है, उन्हें एक सामूहिक कार्यक्रम कर सम्मानित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने एक बार फिर सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति पाने की मुहिम में योगदान की अपील की।


प्रधानमंत्री ने यहां कहा कि विजयादशमी आसुरी शक्तियों पर देवी शक्तियों की जीत का प्रतीक पर्व है। उन्होंने इस मौके पर लोगों से भीतर की आसुरी प्रवृत्तियों का त्याग करने की अपील की। पीएम ने कहा कि ऐसे उत्सव सामूहिकता की शक्ति देते हैं, इस शक्ति के भरोसे इंसान को चाहिए कि वह अपने संकल्पों को पार करे।