UP News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की मन की बात को उर्दू में छपवाकर 14 लोकसभा सीटों में बंटवाने के मामले पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दुनिया के एकमात्र नेता हैं, जो किसी धर्म जाति संप्रदाय की बात नहीं करते, बल्कि 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की बात करते हैं. उन्होंने हिंदुस्तान को विश्व गुरु बनाने का सपना देखा है. उन्होंने कहा कि रमजान पर किताब बांटने का काम शुरू करेंगे. इस किताब में जी-20 की बातों का जिक्र है. इस किताब में आयुष्मान भारत की बात है.
बासित अली ने क्या कहा?
बासित अली ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चे का कार्यकर्ता होने के नाते मेरा फर्ज बनता है कि युवाओ, बुद्धिजीवी टीचर तक ये किताब पहुंचाऊं. इसके साथ ही उन्होंने 14 लोकसभा और मुस्लिम बाहुल्य जिले को जोड़ने पर फोकस करने की बात कही. उन्होंने कहा कि लोगों तक किताब पहुंचाने का काम करेंगे, ताकि बीजेपी का विस्तार हो. उन्होंने नवरात्र पर मंदिरों को दिए गए सरकारी सहायता को लेकर सपा के आरोपों पर जवाब दिया. इसके अलावा उन्होंने रमजान की छुट्टी के बयान पर कहा कि समाजवादी पार्टी को कहीं न कहीं कम्युनल पार्टी कह देना चाहिए. सपा की मंशा समाजिक सौहार्द बिगाड़ने की होती है. सपा पर आरोप लगाया कि माहौल बिगाड़ने के लिए उनका मकसद दंगा फसाद कराने का रहता है.
जमात उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष ने क्या कहा?
वहीं जमात उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष सुहेल काजमी ने कहा कि इसका असर 14 सीटों पर नहीं बल्कि पूरे भारत में होगा. क्योंकि सपा, बसपा कांग्रेस के चेलों ने जो माफिया पैदा किए थे, वह नरेंद्र मोदी की सरकार में या तो जेल में चले गए या यूपी छोड़कर भाग गए. रामपुर के चुनाव में बड़ी तादाद में मुस्लिम समाज ने बीजेपी को वोट किया. आजमगढ़ में मुस्लिम समाज ने वोट किए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पैगाम को उर्दू में ले जाएंगे हैं ताकि जन-जन तक उनकी बातें पहुंचे. पीएम मोदी देश को अपना खानदान मानते हैं, इसलिए हर महीने वह मन की बात करते हैं.
इस असर भी पूरे देश में देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम उर्दू ज्यादा पढ़ते हैं, उसे बड़ी अहमियत से देखते हैं. मदरसे के लोग उर्दू में जीते हैं, उर्दू पढ़ते हैं, ऐसे में देश की एकता में सहयोग देने वालों की भूमिका निभाएंगे. नवरात्र और रमजान को लेकर हो रही सियासत पर उन्होंने कहा कि यह वह लोग हैं जिनका दिमागी इलाज होना चाहिए. हर मुद्दे पर उल्टी-सीधी बातें करते हैं. धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाने का काम करते हैं, इन्हें हॉस्पिटल में भेजना चाहिए.
ये भी पढ़ें: UP Politics: भतीजे आकाश आनंद की शादी के बाद एक्शन में दिखेंगी मायावती, BSP का बड़ा प्लान तैयार