कानपुर: नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक में शामिल हुये पीएम मोदी, अटल घाट पहुंचकर गंगा को निहारा
कानपुर में पीएम मोदी नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक में शामिल हुये, इस दौरान सीएम योगी, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और बिहार के उपमुख्यमत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे
कानपुर, एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा की सफाई पर बारीकी नजर रख रहे हैं। इसके तहत शनिवार को वह कानपुर पहुंचे और उन्होंने गंगा के मुख्य घाटों का निरिक्षण भी किया। नमामि गंगे अभियान के तहत प्रधानमंत्री नेशनल गंगा काउंसिल की पहली बैठक में शामिल हुये। इस दौरान उन्होंने तमाम योजनाओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही पीएम मोदी अटल घाट पहुंचे और मां गंगा को नमन किया। पीएम ने गंगा की धारा और उसकी अविरलता को नजदीक से निहारने के लिये बोट में बैठकर सैर भी की।
कानपुर में प्रधानमंत्री की अगुवाई में आयोजित हुई नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और बिहार के उपमुख्यमत्री सुशील कुमार मोदी शामिल हुये। बोट से वह बंद हुए सीसामऊ नाले तक गए और वहां बने सेल्फी प्वाइंट को देखा। करीब 45 मिनट तक प्रधानमंत्री ने मां गंगा को निहारा और नदी की अविरलता के दर्शन किये।
इससे पहले प्रधानमंत्री चकेरी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हेलीकॉप्टर से चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां पर सबसे पहले चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर नमन किया और फिर नमामी गंगे मिशन के तहत प्रदर्शनी देखी। इसके बाद प्रधानमंत्री नेशनल गंगा काउंसिल की पहली बैठक में शामिल हुए। करीब दो घंटे की लंबी बैठक में नमामि गंगे के अगले चरण और नए एक्शन प्लान को लेकर विमर्श के साथ ही कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये।
परिषद की बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में गंगा स्वच्छता का सांस्कृतिक यज्ञ चल रहा है। आज 'राष्ट्रीय गंगा परिषद' आगे की नीति-रणनीति पर विचार कर रही है।' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'केंद्र सरकार, राज्य सरकार को जो भी दायित्व सौंपेगी राज्य सरकार पूर्ण सहयोग की भावना से इस कार्य को करेगी। वह दिन अब दूर नहीं कि जब गंगोत्री से बंगाल की खाड़ी तक, हर जगह माँ गंगा निर्मल, अविरल, निर्झर होंगी। काशी हो, प्रयाग हो या कानपुर हर कहीं गंगाजल आचमन योग्य होगा। 'नमामि गंगे' परियोजना के माध्यम से हर भारतीय का यह स्वप्न पूरा होगा।'वह दिन अब दूर नहीं कि जब गंगोत्री से बंगाल की खाड़ी तक, हर जगह माँ गंगा निर्मल, अविरल, निर्झर होंगी। काशी हो, प्रयाग हो या कानपुर हर कहीं गंगाजल आचमन योग्य होगा।
'नमामि गंगे' परियोजना के माध्यम से हर भारतीय का यह स्वप्न पूरा होगा।#NamamiGange — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 14, 2019
प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट को लेकर कुछ घोषणाएं भी कर सकते हैं। गोमुख से गंगासागर तक बहने वाली इस नदी का कानपुर में पड़ने वाला हिस्सा सबसे अधिक प्रदूषित माना जाता है।
आदरणीय PM श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में गंगा स्वच्छता का सांस्कृतिक यज्ञ चल रहा है। आज 'राष्ट्रीय गंगा परिषद' आगे की नीति-रणनीति पर विचार कर रही है। केंद्र सरकार राज्य सरकार को जो भी दायित्व सौंपेगी राज्य सरकार पूर्ण सहयोग की भावना से इस कार्य को करेगी।#NamamiGange
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 14, 2019
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए गंगा बैराज के पास विशेष अटल घाट बनाया गया है, उनके कार्यक्रम की वजह से यहां लगातार अधिकारियों के दौरे बीते कई दिनों से हो रहे हैं। गुरुवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कानपुर आये थे। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया और साथ ही सीसामऊ नाले को बंद करके बनाये गए सेल्फी पॉइन्ट पर सेल्फी भी ली थी। जारी कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री शहर में 4 घंटे दस मिनट तक रहेंगे।