ह्यूस्टन, एजेंसी। पाकिस्तान के खिलाफ कड़े तेवर दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में आतंकवाद के खिलाफ 'निर्णायक लड़ाई' का आह्वान किया और कहा कि इस लड़ाई में अमेरिका भी साथ में हैं।


मोदी ने ह्यूस्टन में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों से खचाखच भरे एनआरजी स्टेडियम में पाकिस्तान का नाम लिये बिना उसे अमेरिका में 9:11 से लेकर मुंबई के 26:11 आतंकी हमले के लिये जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पाकिस्तान के शासकों की ओर संकेत करते हुए कहा कि, 'जिनसे खुद अपना देश नहीं संभलता, इन लोगों ने भारत के प्रति अपनी नफरत को अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है।'



इससे पहले ट्रंप ने भी इस्लामी आतंकवाद का उल्लेख करते हुए सीमाओं की सुरक्षा को अमेरिका और भारत दोनों के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, 'हम निर्दोष नागरिकों की कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'


प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कहा कि, 'ये वो लोग हैं जो अशांति चाहते हैं, आतंक के समर्थक हैं, आतंक को पालते पोसते हैं ।' उन्होंने कहा, 'उनकी पहचान आप भी अच्छी तरह जानते हैं। अमेरिका में 9:11 हो या मुम्बई में 26:11... उसके साजिशकर्ता कहां पाये जाते है ?' अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में मोदी ने कहा, 'अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए। मैं यहां पर जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हुए हैं।'



प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका में यह बात ऐसे समय में कही है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी संयुक्त राष्ट्र महासभा के सम्मेलन में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे हैं । इमरान की भी ट्रंप से मुलाकात होने वाली हैं ।


पीएम मोदी ने कहा कि भारत में बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। हमने नए चुनौतियां तय करने की, उन्हें पूरा करने की एक जिद ठान रखी है। कश्मीर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि भारत ने अनुच्छेद 370 को 'फेयरवेल' दे दिया है । उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का फायदा अलगवावाद ताकतें उठा रहीं थीं, अब जम्मू कश्मीर के लोगों को भी भारत के अन्य क्षेत्र के लोगों के समान अधिकार दे दिये गए हैं।


पीएण ने कहा, 'आज भारत पहले के मुकाबले और तेज गति से आगे बढ़ना चाहता है। भारत कुछ लोगों की इस सोच को चुनौती दे रहा है, जिनकी सोच है कि कुछ बदल ही नहीं सकता। बीते पांच सालों में 130 करोड़ भारतीयों ने हर क्षेत्र में ऐसे नतीजे हासिल किए हैं जिनकी पहले कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।'



इससे पहले ट्रंप ने आतंकवाद की चर्चा करते हुए कहा, 'हम निर्दोष नागरिकों की कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।' ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका समझते हैं कि अपने समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी होगी। सीमा सुरक्षा भारत और अमेरिका दोनों, के लिए महत्वपूर्ण है, यह हम समझते हैं।