Varanasi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से स्वयं झाड़ू लगाकर स्वच्छता का एक अलग संदेश दिया था. बीते 5 वर्षों की तुलना में काशी देश के साफ सुथरे शहरों की लिस्ट में भी शामिल हुआ है. लेकिन अभी भी काशी के कुछ गालियां  और वार्ड ऐसे हैं, जहां पर कूड़े का ढेर और गंदगी का अम्बार लगा रहता है. इससे निजात दिलाने के लिए अब नगर निगम द्वारा विशेष तैयारी की गई है. नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अब चेतावनी देने और जुर्माना के बाद खुले में कूड़ा फेंकने पर व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज होगा.


वाराणसी के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि काशी विश्व की प्राचीन नगरी है. यहां भ्रमण करने के लिए दूर-दराज से पर्यटक भारी संख्या में आते हैं, यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है. बीते वर्षों में काशी को स्वच्छ साफ बनाने के लिए अनेक मुहिम चलाए गए हैं और इसका सकारात्मक परिणाम भी लोगों के सहयोग से देखने को मिला है. 


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दूसरी बार में लगेगा जुर्माना
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि लेकिन अभी भी कुछ ऐसे वर्ड और क्षेत्र हैं जहां पर  कुछ लापरवाही की वजह से खुले में कूड़ा और गंदगी देखने को मिलता है. बार-बार हिदायत और चेतावनी देने के बाद भी खुले में कूड़ा फेंक दिया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब स्वच्छता के उद्देश्य से कुछ सख्त नियम बनाए गए हैं. प्रथम बार चेतावनी दूसरी बार जुर्माना के बाद अगर जो लोग खुले में कूड़ा फेंकते हैं या गंदगी करते हैं उन पर FIR दर्ज और विधिक कार्रवाई होगी.


डॉ. एनपी सिंह ने यह भी बताया कि - इसके अलावा कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठान ऐसे भी है जिन्हें कई बार हिदायत दी गई लेकिन वह गैर जिम्मेदाराना तरीके से अपने आसपास कूड़ा फेंकते नजर आ रहे हैं. उनके नाम और चित्र को हम सार्वजनिक करेंगे. यह मुहिम वाराणसी के राजघाट से लेकर भेलूपुर अस्सी तक के वार्ड के लिए चलाई जाएगी. वैसे इस निर्णय को लेकर काशी में चर्चा काफी तेज है हालांकि डोर टू डोर कूड़ा उठाने से लेकर अन्य स्वच्छता अभियान के माध्यम से काशी के कई गालियां और वार्ड पहले से काफी साफ हुए हैं.