पहले दौर में वैक्सीनेशन करा चुके काशी के लाभार्थियों से संवाद करेंगे पीएम मोदी, जानेंगे उनका अनुभव
कोरोना महामारी से निपटने के लिये भारत ने वैक्सीन बनाकर दुनिया में अपना लोहा मनवाया. वहीं, देश भर में वैक्सीनेशन का काम 16 जनवरी से शुरू हो चुका है. पीएम मोदी 22 जनवरी को अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से उनके अनुभव के बारे में जानेंगे.
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को दोपहर सवा बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी में कोविड टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और वैक्सीनेटरों के साथ बातचीत करेंगे. बातचीत में भाग लेने वाले अपने टीकाकरण के पहले लभर्थियों के अनुभव को भी साझा करेंगे.
यह बातचीत प्रधानमंत्री द्वारा वैज्ञानिकों, राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ निरंतर संवाद और चर्चा के बाद दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रेरित करेगी.
देश में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ
आपको बता दें, कि देश में 16 जनवरी को पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण की शुरुआत की थी. बुधवार तक देश में कुल मिलाकर तक़रीबन आठ लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी. अब पीएम खुद ऐसे लाभार्थियों से बात कर उनके अनुभव साझा करना चाहते हैं, ताकि देश के सामने कोई भ्रम ना रहे.
पीएम मोदी लगवाएंगे टीका
पीएम नरेद्र मोदी दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे. टीकाकरण के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. आम लोगों में वैक्सीन के प्रति भरोसा जगाने के लिए प्रधानमंत्री और बाकी नेता वैक्सीन लगवाएंगे. बता दें कि टीकाकरण की शुरुआत वाले दिन खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वैक्सीन के दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगायी जाएगी. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी टीका लगवाएंगे. इसके अलावा देश में कोरोना के टीके को लेकर भ्रम और अविश्वास को ख़त्म करने के लिए पीएम टीका लगवा सकते हैं.
पहले चरण में फ्रंट लाइन वर्कर
सूत्रों के मुताबिक़, संसद में लोकसभा सचिवालय को ओर से तमाम सांसदों और उनके सहयोगियों का विवरण रजिस्टर किया है. माना जा रहा है कि देश की बड़ी राजनीतिक हस्तियां, राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और मंत्रिमंडल के दूसरे सदस्य भी टीका लगवाएंगे. 50 साल से ऊपर से सभी सांसदों और विधायकों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. हालांकि पहला चरण अप्रैल महीने तक चलना है. इस चरण में फ़्रंट लाइन वर्कर को टीका लगाया जा रहा है. हालांकि टीकाकरण की रफ़्तार बेहद धीमी है और कुल तीन करोड़ फ़्रंट लाइन वर्कर को टीका लगाया जाना है. ऐसे में फिलहाल यह साफ नहीं है कि देश में दूसरा चरण कब से शुरू होगा.
ये भी पढ़ें.
अयोध्या पहुंचे नृपेंद्र मिश्रा, इंजीनियरों के साथ की बैठक, राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज